कांग्रेस ने जताई नए ट्रैफिक रूल्स पर आपत्ति

-चालान के नाम पर लोगों की जेब काटी जा रही हैंः अजय माकन
-बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, गोआ, हरियाणा सरकार बदल रहीं चालान के नियम
-केजरीवाल सरकार की चुप्पी पर उठाए कांग्रेस ने सवाल

टीम एटूजेड/ नई दिल्ली
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने केंद्र सरकार के नए ट्रैफिक नियमों पर आपत्ति जताई है। माकन ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार और दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकारें मिली हुई हैं। अरविंद केजरीवाल द्वारा केंद्र की नीतियों का विरोध नहीं करना यह साबित करता है कि आप पार्टी भाजपा की बी टीम की तरह है। आज केंद्र की परिवहन मंत्रालय की नीति से जनता में त्राहिमाम मची हुई है। चालान के नाम पर लोगों की जेब काटी जा रही है। लेकिन दिल्ली सरकार चुप है। जब पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, गोआ और हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट से मिले अधिकार के नाम पर चालान की रकम में फेर बदल कर सकती है। तब दिल्ली सरकार का चुप रहना यह साबित करता है कि केजरीवाल की रूचि दिल्ली की जनता को राहत देने के हित में फैसला लेने की नहीं है।
अजय माकन ने त्रिनगर और कोहाट ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा त्रिनगर मेट्रो स्टेशन चौक पर आयोजित धरना-प्रदर्शन को संबोधित किया। धरने की अध्यक्षता एआईसीसी के सदस्य कांग्रेस नेता चतर सिंह ने की। इस मौके पर त्रिनगर ब्लॉक अध्यक्ष पवन मेहरा और कोहाट ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष लेखराज मदान के साथ पूर्व विधायक शादीराम, पूर्व निगम पार्षद एन. राजा, सतेंद्र शर्मा, नजफगढ़ मंडी के पूर्व चैयरमेन रति राम, कांग्रेस नेता राकेश भरद्वाज, दिल्ली प्रदेश डेलीगेट दीपक जोशी, प्रदेश कांग्रेस सचिव वरुण बसोया सहित भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
अजय माकन ने कहा की केंद्र में बड़े मोदी और दिल्ली में छोटे मोदी विज्ञापन के सहारे सरकार चला रहे हैं। कारोबार बंद है, मजदूरों का रोजगार छिन रहा है। दीवाली पर दुकानें खाली हैं। व्यापारियों के सामने काम नहीं है। उधोग धंधे बंद हो गए हैं और इस हालत में भी मोदी सरकार जन्मदिन मनाने में व्यस्त है। सरकार के मुखिया विदेश घूम रहे हैं। बीते पांच सालों में भाजपा सरकार के दौरान 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी के आंकड़े बढ़ने का रिकॉर्ड पार हो गया है। भारत सरकार के रोजगार मंत्री रोजगार देने की बजाय उत्तर भारत के युवाओं को कुशल और मेरिट में कमी होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे है।
माकन ने आगे कहा कि केंद्र की वित्त मंत्री से जब स्कूटर और कार नहीं बिकने का कारण पूछा जा रहा है तो वह कहती है की आज 23 से 38 साल के युवाओं की सोच में परिवर्तन हो रहा है। मतलब साफ़ है कि उनका ध्यान रोजगार देने और वित्तीय हालत ठीक करने में नहीं, बल्कि युवाओं में कमी निकालने में है। ऐसे हालात में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सड़क पर उतर कर लोगों के बीच जाने की जरुरत है।
एलआईसी के 11.30 लाख करोड़ की बर्बादी!
अजय माकन ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार एलआईसी के 29 करोड़ पालिसी धारकों के 11.30 लाख करोड़ रुपये पब्लिक सेक्टर यूनिट में निवेश कर रही है। गरीबों की इस जमा पूंजी को डुबोने का रास्ता सरकार अपने हाथ से बना रही है। पब्लिक सेक्टर यूनिट को ठीक करने के नाम पर जनता कि गाढ़ी कमाई को डुबोने का आखिर कौन सा अधिकार सरकार के पास है। रिज़र्व बैंक की भी यही हालत है। हमारा मानना है कि केंद्र में मोदी सरकार और दिल्ली के केजरीवाल सरकार के रहते युवाओं और व्यापारियों का भला नहीं होने वाला है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को इन सभी मुद्दों पर जनता के बीच जाकर वास्तविकता जनता को बताना चाहिए।
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