-कोरोना पीड़ित के संपर्क में आए लोगों को लेने पहुंची थी डॉक्टरों की टीम
-डॉक्टरों की टीम ने भागकर जान बचाई, पुलिस ने भांजी लाठियां
टीम एटूजैड/ मुरादाबाद
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। हुई। एक खास समुदाय के लोगों ने कोरोना पीड़ित के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन के लिए लेने पहुंची डॉक्टरों की टीम का खून सड़कों पर बहाया। स्वास्थ्यकर्मियों की टीम पर लोगों ने छतों से जमकर पत्थरबाजी की। हालात ऐसे थे कि घरों की छतों से महिलाएं और बच्चे भी डॉक्टरों पर पत्थर बरसाते रहे। डॉक्टरों का खून बहता रहा लेकिन कोई उन्हें बचाने के लिए सामने नहीं आया। पुलिस ने किसी तरह से संकरी गलियों में घिरे डॉक्टरों को बाहर निकाला और अस्पतला भेजा।
अचानक हुए हमले में डाक्टर एससी अग्रवाल, ईएमटी पंकज सिंह, चालक मुनिराज सिंह, फार्मासिस्ट संजीव समेत पांच लोग बुरी तरह से घायल हो गए। बवाल की सूचना पर डीएम राकेश कुमार सिंह, एसएसपी अमित पाठक, एसपी सिटी अमित कुमार आनंद फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है जब पुलिस सख्त हुई और पत्थर फेंकने वालों को ललकारा तो मामला शांत हुआ। पुलिस को लाठियां भी फटकारनी पड़ीं।
मुरादाबाद के एसएसपी अमित पाठक ने कहा कि हमलावरों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमें संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बता दें कि स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वाले दंगाईयों ने डॉक्टर्स और सहयोगी स्टाफ को जमकर निशाना बनाया। इसके साथ ही एंबुलेंस, डॉक्टर्स की गाड़ी और पुलिस की गाड़ियों में भी जमकर तोड़फोड़ की।
मुख्यमंत्री ने दिया एनएसए के तहत कार्रवाई का आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मुरादाबाद में हुई घटना का संज्ञान लेते हुए हमलावरों पर एनएसए के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल टीम पर हमला अक्षम्य अपराध है। पुलिस कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों पर हमला एक अक्षम्य अपराध है, जिसकी घोर निंदा की जाती है। ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आपदा नियंत्रण अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई की जाएगी। दोषी व्यक्तियों द्वारा किए गए राजकीय सम्पत्ति के नुकसान की भरपाई उनसे सख्ती से की जाएगी। जिला पुलिस प्रशासन ऐसे उपद्रवी तत्वों को तत्काल चिन्हित करें और प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा के साथ ही उपद्रवी तत्वों पर पूरी सख्ती भी करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स व कर्मी सभी सफाई अभियान से जुड़े अधिकारी, कर्मचारी तथा सुरक्षा में लगे सभी पुलिस अधिकारी व पुलिस के कर्मी कोरोना वॉरियर्स हैं।
हमले के बाद पुलिस हुई सख्त
एडीजी लॉ एंड आर्डर पीवी रामाशास्त्री ने बताया कि मौके पर डीएम और एसएसपी पहुंच गए थे। यह जघन्य अपराध है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि समाज पूरी तरह से सहयोग कर रहा है, लेकिन कुछ लोग अफवाह के चक्कर में ऐसी हरकतें कर रहे हैं। आरोपियों की शिनाख्त कर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।