झा दंपत्ति को बाहर का रास्ता दिखाएगी बीजेपी!

-बाहरी जिला के कई पदाधिकारियों ने की वरिष्ठ नेताओं से शिकायत
-5 मंडल अध्यक्ष, 2 पार्षद, दो जिला मंत्री, एक पूर्व निगम प्रत्याशी शामिल
-अनिल झा और पूनम पाराशर के खिलाफ मैदान में आए जिला भाजपा नेता

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/नई दिल्ली
किराड़ी थप्पड़ कांड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दिल्ली बीजेपी में आजाद सिंह-सरिता चौधरी मामले में कार्रवाई के बाद अब झा दंपत्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठने लगी है। बाहरी दिल्ली जिला भाजपा के कई नेता पूर्व विधायक अनिल झा और उनकी पार्षद पत्नी व दिल्ली प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष पूनम पाराशर के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। जिला और मंडल के कई पदाधिकारियों ने पति-पत्नी की शिकायत पार्टी के आला नेताओं से की है। माना जा रहा है कि जल्दी ही झा दंपत्ति के खिलाफ पार्टी कोई फैसला ले सकती है।
बुधवार को प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी को दी गई शिकायत में जिला और मंडल पदाधिकारियों ने अनिल एवं पूनम के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस पत्र पर निगम पार्षद उर्मिला चौधरी व सोना चौधरी, निठारी मंडल अध्यक्ष पवन शर्मा, अमर विहार मंडल अध्यक्ष रतन लाल, किराड़ी सुलेमान नगर मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश, प्रेम नगर मंडल अध्यक्ष लाल चंद, मुबारकपुर डबास मंडल अध्यक्ष कृष्ण मोहन पांडेय के साथ जिला मंत्री रणवीर व जिला मंत्री सुभाष किराडी़ ने हस्ताक्षर किए हैं। पत्र पर ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष उमेश विश्वकर्मा के साथ पूर्व निगम उम्मीदवार गोपाल सिंह के हस्ताक्षर हैं।
प्रदेश भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर को भी इस पत्र की प्रति भेजी गई है। एटूजेड न्यूज के साथ बातचीत में कई मंडल अध्यक्षों ने इसे पार्टी का अंदरूनी मामला बताते हुए चुप्पी साध ली है। बाहरी जिला के कई नेताओं ने पार्टी नेतृत्व को कहा है कि यदि दोनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो इसका विरोध किया जाएगा। पूनम झा ने पूरे मामले पर कहा कि घटना हुई है, यदि पार्टी नेतृत्व हमें बुलाकर पूछेगा तो हम उन्हें पूरी जानकारी दे देंगे।
बीते रविवार की रात को किराड़ी विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम के दौरान निगम पार्षद उर्मिला चौधरी व सोना चौधरी के साथ बीजेपी महिला मोर्चा अध्यक्ष एवं पार्षद पूनम झा आपस में भिड़ गए थे। जिला महामंत्री एवं पूर्व विधायक अनिल झा व दूसरे नेता भी आपस में भिड़ गए थे। इसके चलते कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को कार्यक्रम छोड़कर जाना पड़ा था। बताया जा रहा है कि पार्टी का ही एक गुट झा दंपत्ति के खिलाफ सक्रिय हो गया है।