बीजेपीः तीन सीट पर एक-एक नाम… कुछ नेताओं का काम-तमाम

-बीजेपी की सूची में किसी का नाम जुड़ने तो किसी का कटने की चर्चा
-दावेदारों को बेसब्री से पार्टी उम्मीदवारों की सूची जारी होने का इंतजार
-दिल्ली बीजेपी में दावेदारों से हो रही टिकट दिलाने को पैसे की मांग

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली का सियासी पारा उफान पर है। भारतीय जनता पार्टी में टिकट के दावेदारों की सांसें थमी हुई हैं। पार्टी कार्यालय से लेकर जिला और मंडलों तक कयासों का जोर है। पार्टी कार्यकर्ताओं में केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई दावेदारों की सूची में किसी का नाम काटे जाने तो किसी का नाम विशेष तौर पर जोड़े जाने की चर्चा भी जोरों पर है।
पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि रविवार को हुई चुनाव समिति की बैठक में तीन विधानसभा क्षेत्रों से एक-एक नाम भेजा गया है। इनमें किराड़ी, शालीमार बाग और जनकपुरी के नाम शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के एक नेता के नाम पर सबसे ज्यादा चर्चा हुई। खास बात है कि यह पदाधिकारी दिल्ली बीजेपी में सबसे ज्यादा चर्चा में बने रहते हैं। चुनाव समिति में शामिल एक नेता ने इन्हें नॉन सीरियस क्लेमेंट (कैंडिडेट) तक बता दिया। बताया जा रहा है इन नेताजी ने अपने लिए तीन विधानसभा क्षेत्रों से दावेदारी की है।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में चर्चा के दौरान यह बात भी सामने आई कि यह नेताजी हर चुनाव में अपने लिए टिकट की मांग करते हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेश बीजेपी की ओर से केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई दावेदारों की सूची में से नॉन सीरियस बताते हुए इस प्रदेश पदाधिकारी का नाम हटा दिया गया है। इसी तरह दो पूर्व जिला अध्यक्षों का नाम सूची से हटवाने और एक वर्तमान जिला अध्यक्ष का नाम सूची में शामिल कराने का दावा भी किया जा रहा है।
पूर्व राज्यपाल ने की सिफारिश
विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी को लेकर कई तरह के जोड़-तोड़ जारी हैं। बीजेपी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि एक पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यपाल ने दिल्ली बीजेपी के एक पूर्व बड़े पदाधिकारी को एक विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाने के लिए उनका नाम सूची में शामिल कराने के लिए कई सांसदों को फोन किया है। बताया जा रहा है कि सिफारिशी नेताजी का नाम चुनाव समिति की ओर से आगे भेज दिया गया है।
बीजेपी में पैसे दो… टिकट लो!
दिल्ली बीजेपी में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिलाने के लिए एक खास गिरोह सक्रिय हो गया है। इस गिरोह के सदस्य बीजेपी के किसी दावेदार को फोन करके एक बार मिल लेने की बात कर रहे हैं तो किसी नेता से सीधे जाकर उसे टिकट दिलाने के नाम पर उनसे कुछ खर्च करने के लिए कह रहे हैं। एटूजैड न्यूज को ऐसे कई दावेदारों ने बताया कि उनसे पैसों के लिए संपर्क किया जा रहा है। यह लोग पार्टी में ही सक्रिय हैं और खुद को प्रदेश नेतृत्व में शिमल कुछ चुनिंदा लोगों का साथी बता रहे हैं। इन लोगों की ओर से दावा किया जा रहा है कि उन्होंने ही 2017 में सभी पुराने पार्षदों के टिकट कटवाए थे। उनका यह भी दावा है कि नगर निगम चुनाव में भी उन्होंने कुछ लोगों को अपने दम पर टिकट दिलवाए थे।