BJP MLA को बनाया बलि का बकरा… शराब माफिया से जुड़ा है सफाई कर्मचारी की पिटाई का मामला!

-स्थानीय लोगों ने लगाया कर्मचारी पर अवैध शराब बेचने व शौचालय के लिए 10 रूपये वसूलने का आरोप
-BJP विधायक अभय वर्मा के समर्थन मे आये झुग्गी बस्ती के लोग, शकरपुर पुलिस थाने पर प्रदर्शन

जे.के.शुक्ला/ नई दिल्लीः 30 दिसंबर, 2022।
लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र में एक सफाई कर्मचारी की पिटाई का मामला जैसे-जैसे तूल पकड़ रहा है, इसके साथ ही मामले में कई सनसनीखेज खुलासे भी हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह मामला संबंधित निगम कर्मी के द्वारा अवैध शराब बेचने और झुग्गी बस्ती के लोगों से शौचालय के लिए प्रयोग के लिए 10-10 रूपये वसूले जाने के विरोध का है। शाहदरा साउथ जोन के असिस्टेंट कमिशनर की ओर से मामले में पुलिसिया कार्रवाई के लिए लिखे जाने के बाद शुक्रवार को नगर निगम के खिलाफ झुग्गी बस्ती इलाके के लोगों ने पुलिस थाने पर प्रदर्शन किया।
लक्ष्मी नगर से BJP विधायक अभय वर्मा ने बताया कि वह ‘‘स्वर्गीय अरूण जेटली जी की याद (BIRTH ANNIVERSARY) में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस दौरान झुग्गी बस्ती के लोगों ने शिकायत की कि उनके इलाके में एमसीडी के शौचालय का रखरखाव करने वाले कर्मचारी प्रति व्यक्ति 10-10 रूपये वसूलते हैं। केवल इतना ही नहीं, इस इलाके में इन लागों के द्वारा अवैधा शराब की बिक्री की जाती है। जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हो रही है।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘जब हम बताये गये शौचालय पर पहुंचे तो उनके ऊपर ताला लटका मिला। जब संबंधित कर्मचारी को डांटकर बोला गया, तब जाकर उसने शौचालय का ताला खोला।’’ अभय वर्मा ने आगे कहा कि ‘‘तभी स्थानीय लोगों ने नाराजगी में संबंधित कर्मचारी से अभद्रता कर दी होगी।’’
ढाई सौ लोगों ने की शिकायत, थाने पर प्रदर्शन
शुक्रवार को भारी संख्या में लोग इलाके के पुलिस थाने शकपुर पर पहुंच गये और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल भारी दबाव के बीच शाहदरा साउथ जोन के असिस्टेंट कमिश्नर ने सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो के आधार पर बीजेपी एमएलए के सहयोगियों के खिलाफ पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त को इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई के लिए पत्र लिख दिया था। इसके बाद स्थानीय झुग्गी बस्ती के करीब ढाई सौ लोगों ने एमसीडी कर्मचारी के खिलाफ लिखित में शिकायत की है।
मामले में पुलिस ने पकड़़ा अवैध शराब का जखीरा
बीजेपी विधायक अभय वर्मा के मुताबिक स्थानीय लोगों ने उनसे शिकायत की थी कि संबंधित एमसीडी कर्मचारी अवैध शराब के धंधे में शामिल है। वह रोजाना दोपहर 3 बजे के बाद अवैध शराब की बिक्री करने लगता था। जब विधायक और शिकायत करने वाले लोग उस कर्मचारी के बैठने की जगह पर पहुंचे तो वहां पानी की की बहुत सारी खाली और भरी हुई बोतलें मिलीं। लेकिन शराब नहीं मिली। तभी वहां के लोगों ने उसी बस्ती में अवैध शराब के ठिकाने के बारे में बताया, तो BJP विधायक ने स्थानीय थाने के एसएचओ को बुला लिया। बताया जा रहा है कि एसएचओ की निगरानी में जब पुलिस अधिकारियों ने उस ठिकाने का दरवाजा खुलवाया तो वह खुद दंग रह गये और वहां से अवैध शराब की करीब ढाई सौ बोतलें बरामद की गईं। इस मामले में शकरपुर पुलिस अधिकारियों ने दिल्ली एक्साइज एक्ट के तहत एफआईआर संख्या 615/2022 दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। अभय वर्मा ने कहा कि ‘‘दरअसल यह मामला शराब माफिया से जुड़ा है और स्थानीय लोग इससे परेशान हैं, इस वार्ड से आम आदमी पार्टी (AAP) के निगम पार्षद चुनकर आये हैं, उन्हीं के इशारे पर ये सभी गैर कानूनी गतिविधियां चलाई जा रही हैं, इससे पहले यहां के लोगों ने इस तरह की शिकायत नहीं की थी और इसी बात से यहां के स्थानीय लोग परेशान हैं।’’
घटना के बाद MLA से माफी मांगने पहुंचा निगम कर्मचारी
आश्चर्य की बात यह है कि जिस MCD सफाई कर्मचारी को पीड़ित बताकर विभिन्न राजनीतिक दल बीजेपी विधायक के ऊपर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं, वह कर्मचारी इस घटना के कुछ ही घंटे बाद अपनी यूनियन के पदाधिकारी के साथ खुद बीजेपी विधायक के यहां माफी मांगने पहुंचा था। अभय वर्मा के मुताबिक उसने माफी मांगते हुए निवेदन किया था कि उसके खिलाफ लिखित में कोई शिकायत नहीं दी जाये। इसके पश्चात एमएलए ने उसे कहा कि आप स्थानीय लोगों के लिए शौचालय को खुला रहने दो और वहां से अवैध शराब की बिक्री बंद करवा दो, उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं की जयेगी।
झूठे आरोप लगाने पर AAP MLA राखी और कुलदीप के खिलाफ मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने एक और मामला आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़लान और कुलदीप कुमार के खिलाफ दर्ज किया है। यह मामला आईपीसी की धारा 506/34 के तहत दर्ज किया गया है। आरोप है कि आम आदमी पार्टी के दोनों विधायकों ने बीजेपी विधायक अभय वर्मा के ऊपर गंभीर आरोप लगाये थे। लेकिन बीजेपी विधायक ने इसकी शिकायत पुलिस में की है कि उनके ऊपर लगाये गये आरोप बिलकुल झूठे और निराधार हैं। इसके बाद यह मामला दर्ज किया गया है।