निगम चुनाव में BJP को नहीं मिला SC वोटर्स का साथ… 42 में से महज 6 सीट पर ही मिल पाई जीत

-वाली आप की 36 में से 20 सीटों पर जीती महिला पार्षद
-मुस्लिम बहुल 14 सीट में से आप को 6 व कांग्रेस को 7 सीट, 1 निर्दलीय

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 9 दिसंबर, 2022।
दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजों का विष्लेशण जारी है। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 250 में से भले ही 104 सीट पर जीत हासिल हुई हो, लेकिन अनुसूचित जाति वर्ग (एससी) ने पार्टी को पूरी तरह से नकार दिया है। अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित वार्डों में से बीजेपी महज 6 सीट ही जीत पाई है। 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 8 विधायक जीतकर आये थे, लेकिन इनमें से एक भी अनुसूचित जाति (एससी) के लिए रिजर्व सीट से नहीं जीत पाया था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिल्ली में इस वर्ग का मतदाता बीजेपी से पूरी तरह से दूरी बनाये हुए है।

बीजेपी के एससी वर्ग से जितने वाले पार्षदों में राम नगर वार्ड संख्या 80 से कमल बागड़ी, मलका गंज वार्ड संख्या 12 से रेखा, शकूरपुर वार्ड संख्या 62 से किशन लाल, रघुबीर नगर वार्ड संख्या 94 से उर्मिला गंगवाल, संगम पार्क वार्ड संख्या 67 से सुशील और शाहदरा वार्ड संख्या 215 से भारत गौतम के नाम शामिल हैं।
दिल्ली नगर निगम की 250 सीट में से अनुसूचित जाति वर्ग (एससी) के उम्मीदवारों के लिए इस बार 42 सीट निर्धारित की गई थीं। इनमें से बीजेपी को महज 6 सीट पर ही जीत हासिल हो सकी। इनमें से केवल दो सीटों पर ही महिला उम्मीदवार जीत पाई हैं। वहीं आम आदमी पार्टी ने अनुसूचित जाति (एससी) के लिए रिजर्व सीटों में 36 सीटों पर जीत दर्ज कराई है। इन 36 में से 20 सीटों पर आम आदमी पार्टी (आप) की महिला उम्मीदवारों ने जीत का परचम लहराया है। अनूसूचित जाति (एससी)वाली सीटों पर इस बार कांग्रेस पार्टी खाता तक नहीं खोल पाई।
मुस्लिम बहुलता वाली सीटों पर बीजेपी की जमानत जब्त, आप को भी नहीं मिला समर्थन
दिल्ली नगर निगम चुनाव में बीजेपी मुस्लिम मतदाताओं में भी अपना संदेश पहुंचा पाने में नाकाम रही। दूसरी ओर आप के लिए भी मुस्लिम मतदाताओं ने चेतावनी दी है। निगम चुनाव में बीजेपी का ‘पसमांदा कार्ड’ भी नहीं चल सका। बीजेपी ने इस चुनाव में 4 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे और चारों ही पसमांदा समाज थे। लेकिन पार्टी इसे भी नहीं भुना पाई। ऐसी 14 सीट हैं जहां मुस्लिम उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इनमें से 7 सीटों पर कांग्रेस, 6 सीटों पर आम आदमी पार्टी और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है। बीजेपी के 10 उम्मीदवारों की जमानद जब्त हुई और इनमें से ज्यादातर इन्हीं इलाकों से हैं। हालांकि शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को जोर का झटका देते हुए उसके 2 निगम पाषदों को तोड़ लिया। इस तरह से आप के मुस्लिम पार्षदों की संख्या बढ़कर 8 और कांग्रेस के मुस्लिम पार्षदों की संख्या घटकर 5 और कुल पार्षदों की संख्या 7 रह गई है।