बीजेपी ने मांगा सुझाव… मिला सीलिंग का दबाव

-‘मेरी दिल्ली मेरा सुझाव’ में भाजपा को मिले दो लाख सुझाव
-दिल्ली वालों के लिए सीलिंग निकला सबसे बड़ा मुद्दा

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के लिए भले ही सीलिंग का मुद्दा बड़ा नहीं रहा लेकिन दिल्ली वालों ने इसे अपनी सबसे बड़ी परेशानी बताया है। बीजेपी के ‘मेरी दिल्ली मेरा सुझाव’ अभियान में लोगों ने अपना सबसे बड़ा मुद्दा सीलिंग को बताया है। दिल्ली वालों ने अपना दूसरा बड़ा मुद्दा पीने के पानी को बताया है। खास बात है कि दिल्ली बीजेपी ने इस बार हर विधानसभा क्षेत्र के अनुसार अपना चुनाव घोषणा पत्र (संकल्प पत्र) जारी करने का मन बनाया है।
दिल्ली बीजेपी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पार्टी को अब तक विभिन्न माध्यमों से करीब दो लाख सुझाव मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा सुझाव राजधानी में सीलिंग पर रोक लगाने के संबंध में आए हैं। लोगों ने मांग की है कि दिल्ली में ज्यादातर रिहायशी इलाकों में छोटी-छोटी इकाईयां काम कर रही हैं। इनके द्वारा लोगों को रोजगार मिला हुआ है। लोगों ने सुझाव दिया है कि दिल्ली में होने वाली सीलिंग पर रोक लगाई जाए।
मुद्दों पर रायशुमारी में दिल्ली वालों ने अपनी दूसरी सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की बताई है। लोगों ने सुझाव दिया है कि सभी इलाकों में पीने का साफ पानी मुहैया कराया जाए। बता दें कि पिछले दिनों पीने के पानी को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार के नेताओं के बीच खूब खींचतान रही है। एक संगठन द्वारा लिए गए पानी के नमूनों के मुताबिक दिल्ली का पानी देशभर में सबसे ज्यादा खतरनाक है।
बता दें कि दिल्ली बीजेपी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में शामिल करने के लिए मुद्दों पर रायशुमारी करना शुरू किया है। इसके लिए पार्टी ने दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में 49 वीडियो रथ भेजे गए। इसके साथ ही लोगों के सुझाव लेने के लिए 1600 स्थानों पर विशेष बॉक्स रखवाए गए। इसके अलावा हैल्पलाइन नंबर पर मिस्ड कॉल, ईमेल और वेबसाइट के जरिए लोगों की राय लेने का दावा किया है। पार्टी जल्दी ही जनता से मिले सुझावों को अपने संकल्प पत्र में शामिल कर जनता के सामने लाएगी।
‘आप’ के साथ कदमताल
दिल्ली आम आदमी पार्टी सरकार का सामना करने के लिए भाजपा ने आप के साथ कदमताल करने का मन बनाया है। 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग अलग घोषणा पत्र जारी किये थे। इस बार दिल्ली बीजेपी की ओर से सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग अलग घोषणा पत्र (संकल्प पत्र) तैयार करने की बात कही जा रही है।
दो साल से जारी सीलिंग का कहरः
बता दें कि पिछले करीब दो साल से नेशनल ग्रीन ट्रिव्यूनल व सुप्रीम कोर्ट की निगरानी समिति के नाम पर अलग अलग बहानों से की गई सीलिंग ने यहां के व्यापारियों की परेशानियां बढ़ा रखी हैं। लाखों उद्यमियों को अपना कारोबार बंद करना पड़ा है। पिछले कुछ महीनों में तो प्रस्तावित औद्योगिक इलाकों में भी जमकर सीलिंग का कहर ढाया गया है। तब लोगों ने मांग की थी कि केंद्र की मोदी सरकार पूर्व की कांग्रेस सरकार की तरह कानून लाकर सीलिंग पर रोक लगाए।
पुरी ने बताया था कोर्ट का डर
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http://a2z-news.com/government-did-not-bring-ordinance-against-sealing-due-to-fear-of-court-puri/