– राज्य के 14 जिलों में फिर भारी बारिश का अलर्ट
– पटना-दरभंगा में स्कूल बंद, घरों में घुसा पानी
टीम एटूजेड/पटना
बिहार में आसमान से बरस रही आफत की वजह से पिछले तीन दिनों में 25 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। फिर भी आफत का असर कम नहीं हो रहा। बिहार में आई बरसाती बाढ़ से क्या आम और क्या खास सब डूब गए हैं। राजधानी पटना के कई इलाकों में मकानों की पहली मंजिल आधे से ज्यादा डूब चुकी है। सड़कों पर नाव चल रही है। राज्य के 14 जिलों में फिर से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पटना और दरभंगा में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। राज्य में अलग-अलग हादसों में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है।
मौसम विभाग ने सुपौल, अररिया, किशनगंज, बांका, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, वैशाली और मुंगेर जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं पटना, गोपालगंज, शेखपुरा, चंपारण, सीवान सहित बिहार के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
पटना के रेलवे ट्रैक पर भरा पानी
बारिश के कारण पटना में ट्रैक पर पानी जमा हो गया है। रविवार को भी 13 ट्रेनें रद्द की गईं। सोमवार को भी खतरा बना हुआ है। हैरानी की बात है कि पटना का ये हाल सिर्फ दो दिन की बारिश में हो गया है। सड़कों पर गाड़ियों के बजाय नाव चलानी पड़ रही है।. शहर के राजेंद्र नगर की स्थिति काफी भयावह हैं। पिछले 3 दिनों की बारिश से इलाके में भारी स्तर पर जमा हो गया है। 1996-97 में राजेंद्र नगर में नाव चलाई गई थी। 1975 में पटना में जो बाढ़ आई थी ठीक वैसा ही नजारा राजेंद्र नगर में दिख रहा है।
नीतीश ने बताई प्राकृतिक आपदाः
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ये स्थिति किसी के हाथ में नहीं होती, ये आपदा प्राकृतिक है। मौसम विभाग भी सुबह कुछ कहता है और दोपहर में कुछ हो जाता है। पीने का साफ पानी मुहैया कराने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं।