बीजेपी में बड़ा बदलाव… विधानसभा चुनाव के बाद!

-दिल्ली बीजेपी में बदलेंगे सारे चेहरे, तैयारियां शुरू
-प्रदेश अध्यक्ष से लेकर प्यादों तक चलेगी बदलाव की बयार

हीरेंद्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में चुनाव के बाद बड़ा बदलाव होना तय हो गया है। केवल प्रदेश अध्यक्ष ही नहीं बल्कि वर्तमान कार्यकारिणी के ज्यादातर चेहरे बदले जाना तय है। प्रदेश नेतृत्व के पर तो पहले ही कतरे जा चुके हैं। अब बाकी बदलाव होना बाकी है। चुनाव के बारे में खुफिया रिपोर्ट आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान गृहमंत्री अमित शाह और वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली में डेरा डाल लिया है। दोनों ही नेता रोजाना चार से पांच बैठकें, नुक्कड़ सभाएं या पदयात्राएं कर रहे हैं। इसके साथ ही पार्टी के दूसरे कई बड़े नेताओं को रोजाना अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार के लिए भेजा जा रहा है।
बता दें कि 8 फरवरी को मतदान के बाद 11 फरवरी को चुनाव के नतीजे आ जाएंगे। इसके साथ ही 16 फरवरी तक दिल्ली में नई सरकार के गठन की उम्मीद की जा रही है। इसके बाद मार्च 2020 में दिल्ली बीजेपी संगठन में बदलाव के संकेत दिए जा रहे हैं। इस बदलाव को लेकर दिल्ली बीजेपी के नेता पूरी तरह से आश्वास्त हैं। बता दें कि विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए प्रदेश के कुछ नेताओं का नाम लेन-देन में आने के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व सख्त हो गया है।
बता दें कि इस बात को यह कहकर थोड़ा हलका करने की कोशिश की जा रही है कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनेगी तो प्रदेश में जिम्मेदारी संभाल रहे कुछ ‘‘खास’’ लोगों को दिल्ली सचिवालय की जिम्मेदारी संभालनी होगी। इसके चलते पार्टी को संगठन में बदलाव करने की जरूरत पड़ेगी। लेकिन खुफिया विभाग से मिली रिपोर्टस के बाद तय हो गया है कि पार्टी संगठन में बदलाव करना बेहद जरूरी हो गया है। हालांकि पार्टी नेतृत्व को मिल रही रिपोर्टस के मुताबिक इस बार भी दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनना मुश्किल है। ऐसी स्थिति में भी प्रदेश नेतृत्व के साथ ही उसके ज्यादातर चंगुओं को संगठन की प्रमुख जिम्मेदारी से अलग का रास्ता दिखाया जाऐगा। सबसे बड़ी गाज दिल्ली बीजेपी के मीडिया विभाग के उन ‘जिम्मेदार’ अधिकारियों पर गिरेगी, जिन्होंने अपनी दुकान अब तक जबरदस्त ढंग से चला रखी थी।
बीजेपी ने प्रधानमंत्री के साथ पार्टी के 40 बड़े नेताओं को अपना स्टार प्रचारक बनाया है। लेकिन इससे भी बड़ी बात है कि बीजेपी के साथ एनडीए के करीब 100 बड़े नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारा है। मीडिया को केवल गिने-चुने नेताओं के कार्यक्रमों की जानकारी दी जा रही है। खास बात है कि रोजाना एनडीए के बड़े नेता रोजाना 70 विधानसभा क्षेत्रों में 100 से ज्यादा बैठकें ले रहे हैं। लेकिन दिल्ली बीजेपी के नेताओं को सभी कार्यक्रमों की जानकारी नहीं दी जा रही है।
राष्ट्रीय कार्यालय के साथ नहीं प्रदेश नेतृत्व का तालमेलः
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ प्रदेश नेतृत्व का तालमेल नहीं है। पूर्व अध्यक्ष अमित शाह और वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी को जिताने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। लेकिन प्रदेश और राष्ट्रीय संगठन के बीच तालमेल के अभाव की बातें लगातार सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक घटना सोमवार 27 जनवरी को भी सामने आई, जब प्रदेश बीजेपी और बीजेपी केंद्रीय कार्यालय की ओर से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की प्रेस कांफ्रेंस के अलग अलग समय की सूचना दी गई। प्रदेश बीजेपी की ओर से पहले दोपहर 1 बजे का समय दिया गया जबकि उसी समय राष्ट्रीय कार्यालय की ओर से भेजी गई सूचना में दोपहर 12ः30 बजे का समय दिया गया।