अंकित की हत्या का एक और आरोपी सलमान गिरफ्तार

-तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है दिल्ली पुलिस
-आप के निलंबित पार्षद ताहिर के करीबी हैं चारों आरोपी

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में गुरुवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान सलमान के रूप में हुई है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने इससे पहले बुधवार को इरशाद, आबिद और शाहदाब को गिरफ्तार किया था। यह सभी आरोपी मुस्तफाबाद के रहने वाले हैं।
गिरफ्तार किए गए ये तीनों लोग 24 फरवरी को आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा हत्याकांड के दौरान आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के साथ थे और उनके बहुत करीबी बताए जाते हैं। पुलिस ने ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम को पहले ही हिरासत में ले लिया है। ताहिर हुसैन आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या मामले में आरोपी है।
शाह आलम की तलाश में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम पिछले कुछ दिनों से लगातार छापेमारी कर रही थी। इससे पहले चांद बाग के गुनाहों के आरोपी ताहिर हुसैन को गिरफ्तार करने वाली क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने करीब पांच घंटे ताहिर से पूछताछ की थी। पूछताछ में ताहिर से 20 सवाल किए गए थे। उससे पूछा गया था कि घटना के समय वह कहां था?, वीडियो में उसके साथ नजर आने वाले कौन लोग हैं? बिल्डिंग में मौजूद दंगाई क्या उसके जानकार हैं?, क्या वो उसके कहने और उकसाने पर वहां पहुंचे थे?, फरार होने के बाद वह कहां कहां रहा?, पुलिस से छिपने में उसकी किस-किसने मदद की?, क्या इस दंगे को किसी साजिश के तहत अंजाम दिया गया था?, इस तरह के कई सवाल ताहिर के सामने दागे गए।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान भड़की हिंसा के मामले में गिरफ्तार दंगों के आरोपी निगम पार्षद ताहिर हुसैन पर शिकंजा और कसता जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली दंगों के सिलसिले में आम आदमी पार्टी (आप) के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन, इस्लामी समूह पीएफआई तथा कुछ अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और दंगों के लिए कथित तौर पर धन मुहैया करवाने का केस दर्ज किया है। ईडी अधिकारियों का कहना है कि चांद बाग के गुनाहों के आरोपी ताहिर हुसैन के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया है। इन दंगों में 53 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है।