MCD लाइसेंसिंग इंसपेक्टर्स का आरोपः 2-2 लाख रूपये मांग रहे असिस्टेंट कमिश्नर!

-शाहदरा दक्षिणी जोन के लाईसेंसिंग इंसपेक्टर्स ने खोला अपने ही अधिकारी के खिलाफ मोर्चा
-असिस्टेंट कमिश्नर ने एक लाईसेंसिंग इंसपेक्टर को किया सस्पेंड, दो को शोकॉज नोटिस जारी
-एसी का 27 अप्रैल को हो चुका है ट्रांसफर फिर भी ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल जारी

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 16 मई, 2023।
शाहदरा दक्षिणी जोन (Shahdara Souuth Zone) में जनरल ब्रांच के लाईसेंसिंग इंसपेक्टर्स (LIs) ने अपने ही अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय (Mayor Shelly Obroy) और दिल्ली नगर निगम (MCD) के आला अधिकारियों को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि जोन के असिस्टेंट कमिश्नर (Assistant Commissioner) रूबल सिंह उनमें से हर व्यक्ति से दो-दो लाख रूपये लाकर देने के लिए कह रहे हैं। पत्र में लिखा गया है कि असिस्टेंट कमिश्नर ने उन्हें धमकी दी है कि जो लाईसेंसिंग इंसपेक्टर दो लाख रूपये की उगाही करके नहीं देगा उसे सस्पेंड कर दिया जायेगा।
मेयर व अन्य अधिकारियों को लिखे पत्र में आरोप लगाया गया है कि असिस्टेंट कमिश्नर रूबल सिंह ने सोमवार 15 मई को जोन के सभी लाइसेंसिंग इंसपेक्टर्स (एलआई) को बुलाकर दो-दो लाख रूपये की डिमांड की थी। उन्हें बताया गया कि बड़े अधिकारियों को 20 लाख रूपये इकट्ठा करके देने हैं, इससे मेरा ट्रांसफर रूक जायेगा। कई एलआई को उन्होंने रात को साढ़े 10 बजे तक जोन कार्यालय में रोके रखा। आरोप है कि रूबल सिंह ने कहा कि सभी लोग यह पैसा इकट्ठा करके एक्स सर्विस मैन महेंद्र सिंह को देंगे। शिकायत में कहा गया है कि दो लाख रूपये देने से मना करने पर एक एलआई को 2 मई को सस्पेंड कर दिया गया था और दो एलआई को मंगलवार को शोकॉज नोटिस थमा दिये गये हैं।
आरोप पत्र में यह भी लिखा गया है कि मीटिंग के दौरान पहले से ही विवादों में चल रहे एलआई ओम सिंह ने जब असिस्टेंट कमिश्नर को कहा कि ‘मैंने तो पहले ही अपने हिस्से के रूपये दे दिये हैं’ तो असिस्टेंट कमिश्नर ने अपने कार्यालय के कर्मचारियों को कहा कि ‘इसे धक्के मारकर कमरे से बाहर निकालो, इसकी हिम्मत कैसे हुई ऐसा बोलने की’ और उसे बाहर निकाल दिया गया।
जब कुछ एलआई से बात की गई तो उन्होंने बताया कि रूबल सिंह का व्यवहार सभी एलआई के खिलाफ बेहद खराब है। शनिवार-रविवार को भी काम पर बुलाते हैं, इसके बावजूद भरी मीटिंग में हाथ खड़े करके किसी भी एलआई को सबसे पीछे खड़ा कर देते हैं। पत्र में कहा गया है कि कोई भी अधिकारी यदि किसी एलआई को बुलाकर इस शिकायती पत्र में लगाये गये आरोपों के बारे में पूछता है तो वह अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं।
आरोपों में कोई सच्चाई नहींः रूबल सिंह
A2Z NEWS के साथ बातचीत में असिस्टेंट कमिश्नर रूबल सिंह ने कहा कि आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई मीटिंग नहीं बुलाई गई और नाही किसी से ऐसी कोई बात कही गई है।
27 अप्रैल को हो चुका है रूबल सिंह का ट्रांसफर
शाहदरा दक्षिणी जोन के असिस्टेंट कमिश्नर रूबल सिंह का ट्रांसफर 27 अप्रैल को हो चुका है। उन्हें अपनी नई जिम्मेदारी असिस्टेंट कमिश्नर के रूप में सिविल लाइंस जोन में संभालनी थी। लेकिन यहां से रिलीव नहीं किया गया है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि असिस्टेंट कमिश्नर अपना ट्रांसफर रूकवाने के लिए 20 लाख रूपये इकट्ठा करवा रहे हैं, और मना करने पर नौकरी से हटाने की धमकी दे रहे हैं।
ट्रांसफर के बाद भी ट्रांसफर-पोस्टिंग जारी
गौरतलब है कि 27 अप्रैल को रूबल सिंह का ट्रांसफर होने के बाद भी उन्होंने अपनी नई पोस्टिंग नहीं संभाली है। बल्कि वह लगातार विभागीय ट्रांसफर-पोस्टिंग कर रहे हैं। उन्होंने 12 मई को ही 8 एसआई, 6 एसआई और 1 एसजी के ट्रांसफर किये हैं।
आधा दर्जन से ज्यादा बीजेपी पार्षद भी कमिश्नर से कर चुके हैं रूबल सिंह की शिकायत
बता दें कि 27 अप्रैल को असिस्टेंट कमिश्नर रूबल सिंह के ट्रांसफर आदेश निकलने के बाद पिछले सप्ताह भारतीय जनता पार्टी के करीब आधा दर्जन पार्षदों ने निगम आयुक्त ज्ञानेश भारती से मिलकर उनकी शिकायत की थी। पार्षदों ने अपनी शिकायत में कहा था कि सामान्य लोगों को परेशान किया जा रहा है, इसलिए ट्रांसफर आदेशों का पालन करते हुए उन्हें तुरंत शाहदरा दक्षिणी जोन से रिलीव किया जाये।