ग्रहों के राजा का राशि परिवर्तन: जानें, किसका बढ़ेगा बैंक बैलेंस और कौन जाएगा विदेश यात्रा पर

-सूर्य ने 15 मई को वृष राशि में किया गोचर

पूनम सिंह/ नई दिल्ली: 16 मई, 2023।
ग्रहों के राजा के राजा कहे जाने वाले सूर्य देव ने 15 मई को अपनी मेष राशि की यात्रा पूरी करने के बाद वृष राशि में गोचर कर लिया है। सूर्य अब इस राशि में 15 जून तक रहेंगे। ऐसे में उनका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। सूर्य के इस राशि परिवर्तन से कई राशियों के जातकों का बैंक बैलेंस बढ़ने जा रहा है। इसके साथ ही कुछ राशियों के जातकों के लिए विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। आप भी जानिए सूर्य का यह राशि परिवर्तन आपके लिए क्या लेकर आया है?
वृष: अपने पिताजी को प्रसन्न करने के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए। यदि आप घर के मुखिया हैं तो परिवार का पूर्ण सहयोग आपको प्राप्त होगा। अपनों के लिए आप बहुत कुछ करने की कामना लेकर आगे बढ़ रहे हैं और ईश्वर की कृपा से यह सब पूर्ण भी होगा। मुश्किल की घड़ी में आपके अपने एकजुट होंगे। आर्थिक लाभ के योग हैं।
मिथुन: जीवनसाथी को प्रसन्न रखें। उनकी प्रसन्नता आपके संबंधों को मजबूत रखेगी। छोटे भाई-बहन की पढ़ाई, शादी या अन्य कार्यों को लेकर कुछ पैसा खर्च करना पड़ सकता है। विदेश भ्रमण की संभावना है, जिस पर पैसा खर्च होगा। नया वाहन या चल- अचल संपत्ति खरीदने के योग हैं।
कर्क: सूर्य देव को प्रसन्न रखने से उनकी कृपा से बैंक बैलेंस का  बढ़ेगा। परिवार में पिता के नेतृत्व में चलना लाभकारी साबित होगा। बड़े भाई की उन्नति का समय है। यदि उनका प्रमोशन ड्यू हो तो इस समय खुशखबरी मिल सकती है। दांपत्य जीवन में इस समय आपको तालमेल बनाने की आवश्यकता है।
सिंह: जीवनसाथी के स्वास्थ्य में गिरावट दिखे तो उनकी देखरेख की जिम्मेदारी आपको स्वयं ही लेनी चाहिए और उन्हें मानसिक तौर पर सहानुभूति देते रहें। डॉक्टर का परामर्श लेकर इलाज कराएं। आर्थिक लाभ के योग हैं।
तुला: आपके बड़े भाई विवाहित हैं तो उनको ससुराल पक्ष से लाभ मिलने की संभावना बनती दिख रही है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। यदि उनका वजन बढ़ रहा है तो उन्हें व्यायाम और खानपान पर नियंत्रण रखने की सलाह दें। विदेश यात्रा के योग हैं।
वृश्चिक: घर में जब सभी लोग एक साथ रहें तो घर का माहौल तनाव वाला न होकर प्रसन्नता पूर्ण होना चाहिए। मन में किसी प्रकार की शंका नहीं रखें। खासकर जीवनसाथी, मित्र या पार्टनर के साथ बातचीत बंद है तो वार्ता  शुरु कर सुलह कर लें। जीवनसाथी को यदि इस समय क्षणिक क्रोध आता है तो उन्हें शांत रहने की सलाह दें और सुबह जल्दी उठकर सूर्य को अर्घ्य देने के लिए कहें।