मयूर विहार फेज-2 मार्केट में कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा…. धड़ल्ले से चल रहे बिना लाइसेंस के रेस्टोरेंट

-हेड क्वार्टर से गाड़ी नहीं मिलने का बहाना बनाकर संरक्षण दे रहे निगम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ पूर्वी दिल्लीः 10 सितंबर, 2022
पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज-2 मार्केट में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। यहां खरीदारी करने के लिए आने वाले लोग अब डरा हुआ महसूस करने लगे हैं। कारण है कि पूरे मार्केट पर कुछ रेस्टोरेंट वालों ने अवैध कब्जा कर लिया है। बिना किसी लाइसेंस के रेस्टोरेंट चला रहे इन लोगों ने मार्केट के रास्तों से लेकर पार्क तक में अपनी कुर्सियां और टेबल लगाकर ग्राहकों के बैठने का इंतजाम कर रखा है। हाल ही में इस मार्केट में शराब के ठेके खुलने के बाद तो यहां और ज्यादा अराजक माहौल बन गया है।
बिना किसी लाइसेंस या फिर सारे नियम कायदे और कानूनों को ताक पर रखने वाले रेस्टोरेंट्स में वाह-जी-वाह (शॉप नंबर 3), जायका रोल्स (जी-9), प्रदीप पाव भाजी (जी-3), तोमर भोज (बी-6) और ऐसे कई और रेस्टोरेंट हैं, जिनके मालिकों ने सरकारी जमीन पर कब्जा करके यहां अराजकता का माहौल फैला रखा है। आश्चर्य की बात है कि नगर निगम के लाइसेंस के बिना यह रेस्टोरेंट्स लंबे समय से चल रहे हैं और दिल्ली नगर निगम के शाहदरा साउथ जोन के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
हेड क्वार्टर से सामान जब्त करने की गाड़ी नहीं मिलने का बना रहे बहाना
स्थानीय लोगों ने इन रेस्टोरेंट्स संचालकों की मनमानी की शिकायत कई बार शाहदरा साउथ जोन के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से की है, लेकिन उनका रवैया मामले को टालने वाल है। जोन के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि ‘‘हमें निगम हेड क्वार्टर की ओर से ऐसे रेस्टोरेंट्स का सामान जब्त करने के लिए कोई गाड़ी नहीं दी गई है।’’
बिना लाइसेंस वाले रेस्टोरेंट्स को सील करने का है प्रावधान
यदि कोई रेस्टोरेंट तय मानकों को दरकिनार करके और नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के बिना लाइसेंस के चल रहा है तो दिल्ली नगर निगम एक्ट में ऐसे किसी भी रेस्टोरेंट्स को सील करने का प्रावधान है। इसकी पूरी जिम्मेदारी जोन के उप स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) की होती है। इसके साथ ही संबंधित इलाके के स्वास्थ्य विभाग के इंस्टपेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने का भी प्रावधान है।
मोटा चढ़ावा लेकर नहीं की जा रही कार्रवाई
स्थानीय लोगों का कहना है कि निगम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मयूर विहार फेज-2 मार्केट से मोटी मंथली बांध रखी है। इसके बदले इन रेस्टोरेंट्स वालों को मनकानी करने की खुली छूट दे रखी है। ऐसा ही एक मामला वाह-जी-वाह (शॉप नंबर-3) के बारे में देखने को मिला है। बिना लाइसेंस के चल रहे इस रेस्टोरेंट के बारे में डीएचओ को शिकायत की गई थी। लेकिन बताया जा रहा है कि मोटी उगाही के बाद इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।