-प्रयागराज से तबलीगियों को छिपाकर रखने वाला प्रोफेसर गिरफ्तार
-सहारनपुर में 54 विदेशी जमाती गिरफ्तार, 3 विदेशियों का इलाज जारी
-उत्तर प्रदेश में एक ही दिन में 70 विदेशी जमाती गिरफ्तार, जेल भेजे
-बेंगलुरू में पुलिस ने गिरफ्तार किए 19 विदेशी जमाती, जेल भेजे
टीम एटूजैड/ सहारनपुर-प्रयागराज-बैंगलुरू
योगी सरकार ने तबलीगियों का इलाज करना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ढूंढ ढूंढ कर मस्जिदों और दूसरे स्थानों पर छिपे देसी-विदेशी जमातियों को निकाल रही है। अपील के बावजूद खुद से बाहर नहीं आने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त हो गई है। मंगलवार को प्रयागराज पुलिस ने 16 विदेशियों सहित 30 तबलीगी जमातियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
खास बात है कि तबलीगियों को छिपाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शाहिद को भी जेल भेजा गया है। वहीं सहारनपुर में भी 54 विदेशी जमातियों को जेल भेजा गया है। इसके अलावा बेंगलुरू में 19 विदेशी जमातियों के खिलाफ जेल भेजने की कार्रवाई की गई है। प्रयागराज में गिरफ्तार किए गए जमाती इंडोनेशिया और थाईलैंड के रहने वाले हैं।
प्रयागराज पुलिस ने करैली, शिवकुटी और शाहगंज पुलिस थानों में इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि बड़ी संख्या में विदेशी मुसलमानों को छिपाकर रखा गया है। प्रयागराज में 16 विदेशी जमातियों पर फॉर्नर्स एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि प्रोफेसर शाहिद के खिलाफ विदेशी जमातियों को चोरी-छिपे शरण दिलाने और महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह सभी देशी-विदेशी जमाती मस्जिदों में छिपे हुए थे। माना जा रहा है कि अब भी उत्तर प्रदेश के अलग अलग जिलों में सैकड़ों की संख्या में देसी-विदेशी जमाती छिपे हुए हैं।
दूसरी ओर सहारनपुर पुलिस ने भी छिपकर रह रहे विदेशी जमातियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। यहां 54 विदेशी जमातियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया है। विभिन्न देशों से यह जमाती भारत में टूरिस्ट वीजा पर आए थे। इसके बाद यह सभी दिल्ली तबलीगी जमात के मरकज में इकट्ठे हुए थे। लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही यह लोग सहारनपुर में आकर छिप गए थे। इन्हें पासपोर्ट और वीजा नियमों के उल्लंघन में जेल भेजा गया है।
सहारनपुर के जिला अधिकारी ने बताया कि कुल 57 विदेशी जमातियों को क्वारंटाइन किया गया था। इनमें से 3 जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन तीन जमातियों का इलाज चल रहा है, जबकि 54 जमातियों को जेल भेज दिया गया है। यह सभी जमाती किरगिस्तान, सूडान और इंडोनेशिया के रहने वाले हैं। यह लोग अलग अलग गेस्ट हाउस और मस्जिदों में ठहरे हुए थे। वहीं बेंगलुरू पुलिस ने भी 19 विदेशी जमातियों को वीजा और पासपोर्ट संबंधी नियमों के उल्लंघन के आरोप में जेल भेजा है। यह विदेशी जमाती बिना प्रशासन को सूचना दिए मस्जिदों में छिपे हुए थे। इनकी वीजा अवधि समाप्त हो गई थी। इसके बावजूद यह लोग छिपे बैठे थे।
पॉलिटिकल साइंस का प्रोफेसर है शाहिद
तबलीगी जमात के समर्थक मरकज के मौलाना और मुस्लिम समाज को कम पढ़ा लिखा बताकर कोरोना के मामले में बचाव करते आ रहे थे। लेकिन प्रयागराज में पॉलिटिकल साइंस के प्रोफसर की गिरफ्तारी के बाद ऐसे लोगों के मुंह पर ताला लग गया है। प्रयागराज पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया प्रोफेसर शाहिद इलाहाबद विश्वविद्यालय में पॉलिटिकल साइंस का प्रोफेसर है। समाज में टीचर्स का ओहदा एक समझदार व्यक्ति का होता है। वह लोगों को अच्छी तालीम देता है। ताकि देश के भविष्य अच्छी शिक्षा पाकर देश का नाम रोशन करें। लेकिन प्रोफेसर शाहिद ने अपने इतने बड़े ओहदे को देश विरोधी काम करके छोटा कर दिया है। प्रोफेसर होने के नाते उसे हर बात की जानकारी होगी। लेकिन वह देसी-विदेशी मौलानाओं को शासन-प्रशासन से छिपाता रहा।