देश में 25 राज्यों के 170 जिले रेड जोन में घोषित

-महामारी संकट के अनुसार तीन जोन में बांटा गया पूरा देश
-नॉन हॉटस्पॉट कैटेगरी में हैं 207 जिले, बाकी को ग्रीन जोन

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत सरकार ने पूरे देश को तीन जोन में बांटा है। देशभर में कोरोना संक्रमित मामलों का पता लगाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। साल 2020 की गणना के अनुसार देशभर के 36 राज्यों के 736 जिलों में 25 राज्यों के 170 जिलों को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। इस श्रेणी को रेड जोन कहा जाता है। जबकि 27 राज्यों के 207 जिलों को नॉन हॉटस्पॉट की श्रेणी में ऑरेंज जोन में रखा गया है। बाकी बचे कुल 359 जिलों को फिलहाल ग्रीन जोन में रखा गया है। भारत में गुरूवार को सुबह 9 बजे तक कोरोना पॉजिटिव लोगों का आंकड़ा 12 हजार 380 पर पहुंच गया। दूसरी ओर कोरोना की वजह से भारत में अब तक 414 लोगों की मौत हो चुकी है। इस सूची में दिल्ली के सभी जिलों को रेड जोन में रखा गया है। यानी पूरी दिल्ली कोविड-19 महामारी में रेड जोन घोषित की गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए नई रणनीति तैयार की गई है। इसके तहत सभी जिलों को तीन जोन में बांटा गया है। पहली श्रेणी के रेड जोन में हॉटस्पॉट जिलों को रखा गया है। दूसरा- नॉन हॉटस्पॉट की है जिसे ऑरेंज जोन कहा जाएगा। जबकि तीसरी श्रेणी में वह जिले हैं जहां अब तक कोरोना का कोई केस नहीं आए है। इसे ग्रीन जोन कहा जाएगा। कोरोना की महामारी को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की अलग अलग एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं।
देश में अभी तक चिन्हित किए गए 170 हॉटस्पॉट जिले हैं। इन जिलों में अब डोर टू डोर सर्वे किया जाएगा। इन जिलों में जो भी लोग किसी भी फ्लू या खांसी-सर्दी से पीड़ित मिलेंगे, उनका कोरोना टेस्ट किया जाएगा। हॉटस्पॉट एरिया में लोगों की पहचान के लिए हर हफ्ते अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान हर सोमवार को चलाया जाएगा। हॉटस्पॉट से सटे एरिया को बफर जोन घोषित किया गया है।
बफर जोन में स्पेशल टीमों को तैनात किया गया है। इन टीमों के द्वारा बफर जोन में विशेष अभियान चलाकर एक्टिव केस की तलाश की जाएगी। इन इलाकों में रहने वाले लोगों का सैंपल लिया जाएगा और टेस्ट किया जाएगा। इन एरिया में आवश्यक सेवाओं को जारी रखा जा रहा है। साथ ही टीम की ओर से मरीज के संपर्क में आए लोगों की तलाश की जाएगी। इसके लिए रेड क्रॉस, एनएसएस, एनसीसी सहित कई एजेंसियां साथ में काम करेंगी।
जिन जिलों में कम केस हैं, उन्हें नॉन-हॉटस्पॉट जिलों के ऑरेंज जोन में रखा गया है। इन जिलों में बुखार, सर्दी-खांसी के शिकार लोगों का टेस्ट किए जाएगा। इन जिलों को कोविड-19 के लिए एक अलग से अस्पताल बनाने का निर्देश जारी किया गया है। ताकि कोरोना पॉजिटिव लोगों की वजह से दूसरे लोगों में कोरोना नहीं फैस सके। साथ ही इन जिलों में कोरोना से निपटने के लिए सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
तीसरी श्रेणी ग्रीन जोन की है। ग्रीन जोन में उन जिलों को रखा गया है, जहां अभी तक कोरोना का कोई केस नहीं आया है। इन जिलों में प्रशासन की ओर से नजर रखी जाएगी। इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकारों से कहा कि जिस भी इलाके में 28 दिनों से कोई केस नहीं आया है, उन इलाकों के हॉटस्पॉट को ग्रीन और ऑरेंज जोन में तब्दील किया जाए।