BJP BREAKING: एक पार्षद का पति जिला अध्यक्ष तो दूसरी पार्षद के पति को बनाया जिला महामंत्री… रिश्तेदार को मिली उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी

-किसी पूर्वांचली को जिम्मेदारी नहीं मिलने पर पूर्व पार्षद ने खोला जिला अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा, बताया पार्टी विरोधी कदम

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 3 नवंबर, 2023।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) में घमासान जोरों पर है। ताजा मामला केशव पुरम (Keshav Puram) जिला में सामने आ रहा है। कार्यकर्ताओं के द्वारा निगम पार्षदा के पति को जिला अध्यक्ष बनाये जाने पर पहले से ही सवाल उठाये जा रहे थे। अब नया नाम एक महामंत्री का भी जुड़ गया है। नवनियुक्त महामंत्री की पत्नी भी निगम पार्षद हैं। कार्यकर्ताओं में जोरों पर चर्चा है कि जिला में ज्यादातर पदाधिकारियों की नियुक्ति रेखा गुप्ता की सिफारिश पर की गई है।
गुरूवार को प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की ओर से जारी की गई जिला पदाधिकारियों की सूची के बाद से विवाद शुरू हो गये हैं। केशव पुरम जिला के लिए 6 उपाध्यक्ष, तीन महामंत्री और 6 मंत्रियों की सूची जारी की गई है। इनमें से तीनों महामंत्रियों के नामों पर ज्यादा विवाद है। खास तौर पर अशोक भारद्वाज को जिला महामंत्री बनाये जाने पर विवाद बताया जा रहा है। क्योंकि उनकी पत्नी पूनम भारद्वाज निगम पार्षद भी है। बताया जा रहा है कि गीता गुलाटी को डॉ वत्स की सिफारिश पर महामंत्री बनाया गया है।
कार्यकर्ताओं में चर्चा है कि चुनाव में टिकट और संगठन में पद एक ही व्यक्ति को दिये जायेंगे तो दूसरे कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम क्यों करेंगे? केशव पुरम जिला के पदाधिकारियों की सूची एक खास बात यह भी है कि जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल, महामंत्री अशोक भारद्वाज औश्र दूसरे महामंत्री अजय खटाना एक ही वार्ड से आते हैं। वहीं एक उपाध्यक्ष गोविंद शर्मा, कोषाध्यक्ष अनिल सिंघल और प्रवक्ता मनीष गोयल एक ही वार्ड संख्या 56 से आते हैं। जबकि जिले के कई मंडलों में से जिला पदाधिकारियों में किसी एक व्यक्ति को भी प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है।
सामने आया पूर्वांचली विरोधी चेहरा
पूर्व निगम पार्षद सुजीत ठाकुर ने कहा कि जिला पदाधिकारियों की सूची देखकर केशव पुरम जिला अध्यक्ष और पार्टी की एक और नेता रेखा गुप्ता का पूर्वांचली चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि केशव पुरम जिला में एक भी पूर्वांचली नेता को स्थान नहीं दिया गया है। आश्चर्य की बात तो ये है की हमारे वार्ड (मंडल) से किसी को जिले में नहीं रखा गया! रेखा गुप्ता के कहने पर पदाधिकारी बनाये गये हैं। इन दोनों ने पार्टी विरोधी काम किया है और आने वाले चुनावों में इसका असर देखने को मिल सकता है।