-मेयर के पास पहुंची पुरानी दिल्ली के चार क्लबों को खाली नहीं कराने की शिकायत
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 18 अप्रेल, 2023।
पुरानी दिल्ली (Old Delhi) के फतेहपुरी इलाके (Fatehpuri Area) में स्थित चार क्लबों में से एक से सरकारी जमीन को खाली कराने की फाइल एक बार फिर से खुलने जा रही है। स्वयं सेवी संगठन ‘सार्थक जन मंच’ (Sarthak Jan Manch) ने पुरानी दिल्ली में हावी बिल्डर माफिया (Builder Mafia) राज की शिकायत दिल्ली की मेयर से की है। शिकायत में कहा गया है कि तीनों नगर निगमों को एक किये जाने से कुछ महीने पहले ही करीब 12 हजार वर्ग गज की सरकारी जमीन पर कब्जे को खाली कराने के लिए नगर निगम ने प्रस्ताव पास किया था। तीन क्लबों से तो जमीन खाली करवा ली गई लेकिन बाद में एक नेशनल क्लब से जमीन खाली कराने के मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। जबकि राधे मोहन क्लब (Radhey Mohan Club), यूनियन क्लब (Union Club) और यंगमैन टैनिस क्लब (Young Man Tennis Club) से जमीन खाली करवा ली गई थी।
शिकायत में कहा गया है कि तत्कालीन उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Delhi Municipal Corporation) ने पुरानी दिल्ली में स्थित अरबों रूपये की करीब 12 हजार वर्ग गज जमीन को खाली कराने के प्रस्ताव संख्याः 210 को नगर निगम के सदन की बैठक में 30 मार्च 2021 को मंजूरी दी गई थी। वहीं उत्तरी निगम की स्थायी समिति ने इससे संबंधित प्रस्ताव संख्याः 136 को 10 मार्च, 2021 की बैठक में मंजूरी दी थी। लेकिन निगम अधिकारियों ने नेशनल क्लब से सरकारी जमीन खाली कराने की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं की है।
शिकायत में कहा गया है कि फतेहपुरी स्थित क्वीन्स गार्डन (बाग दीवार) इलाक में अरबों रूपये की करीब 12 हजार वर्ग गज जमीन पर लंबे समय से नेशनल क्लब, राधे मोहन क्लब, यूनियन क्लब और यंगमैन टेनिस क्लब का कब्जा था। प्रशासन की ओर से मौका दिये जाने के बावजूद इन क्लबों को संचालित करने वाले अपने मालिकाना हक का कोई दस्तावेज पेश नहीं कर पाये। इसके बाद ही नगर निगम के अधिकारियों ने इन क्लबों से सरकारी जमीन को खाली कराने का निर्णय लिया था।
शिकायत में आगे कहा गया है कि खेलों के नाम पर चल रहे इस क्लब के संचालकों द्वारा अरबों रूपये की सरकारी जमीन का उपयोग शादियों व अन्य समारोहों के लिए बुकिंग करके कमर्शियल तौर पर किया जा रहा है। क्लब के द्वारा हर महीने लाखों रूपयों की मोटी कमाई की जा रही है। लेकिन नगर निगम या सरकार को किसी भी तरह का राजस्व नहीं दिया जाता। दूसरी ओर नगर निगम लंबे समय से आर्थिक तंगी का शिकार चल रहा है।
बिना लाइसेंस के हो रहे फंक्शन
गौरतलब है कि फतेहपुरी इलाके में स्थित नेशनल क्लब में मोटी रकम वसूल कर बड़े-बड़े फंक्शनों का आयोजन किया जाता है। शादी-विवाह, सगाई समारोह, बर्थ डे और सामाजिक, धार्मिक व राजनैतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। कॉकटेल-मॉकटेल पार्टियों का आायोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों खाना बनाकर परोसा जाता है। नियमानुसार इसके लिए नगर निगम से कई तरह के लाइसेंस लिये जाना जरूरी है। लेकिन इस क्लब ने आज तक किसी भी तरह का लाइसेंस नहीं लिया है। बिना लाइसेंस के इस तरह के आयोजन किये जाने पर नगर निगम द्वारा ऐसी जगहों को सील कर दिया जाता है। लेकिन दशकों बीत जाने के बावजूद निगम अधिकारियों ने इस क्लब के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है।