दो गुना है पहली प्राइवेट ट्रेन का किराया

-5 अक्टूबर से लखनऊ और दिल्ली के बीच दौड़ेगी तेजस

एसजेटी ब्यूरो/ नई दिल्ली
लखनऊ और नई दिल्ली के बीच चलने वाली भारत की पहली कॉरपोरेट सेक्टर की ट्रेन तेजस के लिए बुकिंग जारी है। इसका किराया अन्य ट्रेनों के मुकाबले दोगुना है। ट्रेन का ट्रायल हो चुका है। चार अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसे हरी झंड़ी दिखा देंगे। 5 अक्टूबर से ट्रेन लोगों को लेकर पटरी पर दौड़ना शुरू कर देगी। तेजस एक्सप्रेस में दशहरा और दिवाली के लिए बुकिंग लगभग फुल हो गई। ट्रेन में अब बेहद कम सीटें बची हैं।
दोगुना हो गया किराया
तेजस ट्रेन में लखनऊ से नई दिल्ली तक जाने का न्यूनतम किराया चेयर कार के लिए 1125 रुपये और एक्जीक्युटिव चेयर कार के लिए 2310 रुपये है। दीपावली के समय तेजस का डायनामिक फेयर शताब्दी एक्सप्रेस के डायनामिक फेयर से तीन गुना तक पहुंच गया है। जो कि अब बची हुई सीटो के लिए एसी चेयरकार का किराया 3295 रुपये तक पहुंच गया है। एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 4325 तक है। हालांकि ये सिर्फ त्यौहारों की वजह से है बाकी साधारण दिनों के लिए तय किराए पर ही सीटें बुक हो रही हैं।
ट्रेन में हैं यात्रियों के लिए खास सुविधाएं
तेजस में यात्रियों को सामान घर से बोगी तक लाने के लिए विशेष सुविधा दी जा रही है। चाय और स्नैक्स के अलावा यात्रियों के लिए रात्रि भोजन की भी व्यवस्था की गई है। यदि कोई यात्री यात्रा से चार घंटे पहले वेटिंग टिकट निरस्तीकरण करता है तो उसके 25 रूपये काटे जाएंगे। आपका रिफंड टीडीआर के जरिए नहीं बल्कि आइआरसीटीसी सीधे करेगा।
तेजस में नहीं तत्काल की सुविधा
ट्रेन में 60 दिन पहले से ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो जाती है। 5 वर्ष से कम के बच्चों का किराया नहीं देना होगा। पांच मिनट पहले तक करंट टिकट बनाया जाएगा। खास बात है कि 78 सीट की चेयरकार बोगी ग्रुप बुकिंग के लिए उपलब्ध होगी। जिसके लिए 3 दिन पहले तक ऑनलाइन बुकिंग की जा सकेगी। एसी चेयर में 50 सीटें विदेशी यात्रियों के लिए रखी गई हैं।
एक्जीक्यूटिव क्लास में 56 सीटें होंगी
बोगी के दोनों छोर पर सेंसर युक्त स्लाइडिंग दरवाजे लगाए गए हैं। जैसे ही आप इसके करीब जाएंगे सेंसर डोर और डस्टबिन खुद ही खुल जाएंगे। हर बोगी में छह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। इमरजेंसी में ट्रेन रोकने के लिए चेन की जगह हैंडल लगाए गए हैं। शौचालय में लगा इंडीकेटर यह भी बताएगा कि इसमें कितना पानी बचा है। ट्रेन के गार्ड के पास गेट खोलने और बंद करने का बटन रहेगा।