बजट 2019-20ः निजीकरण और करों पर जोर
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में रहने वालों को अब करों की मार पहले से ज्यादा पड़ेगी। पूर्वी दिल्ली का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे निगम आयुक्त पुनीत गोयल ने सोमवार को पूवी्र दिल्ली नगर निगम का साल 2019-20 के बजट प्रस्ताव पेश किए। नगर निगम के बजट में हाउस टैक्स की दरों में बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है। इसके साथ ही उत्तरी दिल्ली नगर निगम की तरह व्यवसाय कर यानी प्रोफेशनल टैक्स और सुधार कर यानी बैटरमेंट टैक्स की सिफारिश की गई है। इन करों से नगर निगम को 25 करोड़ की अतिरिक्त आय होगी। इसमें हाउस टैक्स पर लगाए जाने वाले 5 फीसदी शिक्षा उपकर से निगम को 10 करोड़ रूपये के अतिरिक्त राजस्व की आय होगी।
प्रोफेशनल व बैटरमेंट टैक्स
निगम आयुक्त पुनीत गोयल ने अपने बजट प्रस्तावों में लगाए गए बैटरमेंट टैक्स से 10 करोड़ की सालाना आय की उम्मीद जाहिर की है। पूर्वी दिल्ली में स्थित संपत्तियों पर लगने वाले हाउस टैक्स पर यह 15 फीसदी की दर से लगाया जाएगा। निगम आयुक्त का मानना है कि निगम के विकास कार्यों की वजह से पूर्वी दिल्ली में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में बढ़ोतरी हुई है।
इसके साथ ही पूर्वी दिल्ली नगर निगम के बजट में प्रोफेशनल टैक्स लगाए जाने का प्रस्ताव है। यह टैक्स उन वेतनभोगियों और व्यवसाय करने वालों पर लगाया जाएगा जिनकी वार्षिक आमदनी 5 लाख रूपये या इससे ज्यादा होगी। यह कर तीन अलग अलग श्रेणियों में आय के आधार पर एक मुश्त 1200, 2400 और 2500 रूपये सालाना की दर से लगाया जाएगा।
निगम की भूमि निजी हाथों में सोंपने की तैयारी
निगम आयुक्त पुनीत गोयल ने अपने बजट प्रस्तावों में निगम की भूमि को निजी हाथों में सोंपने की तैयारी कर ली है। बजट प्रस्ताव के मुताबिक न्यू उस्मानपुर में स्थित नगर निगम कालोनी के पुनर्निर्माण के लिए मै0 निटकॉन को सलाहकार नियुक्त किया गया है। इसके तहत पुरानी कालोनी की जगह पीपीपी मॉडल पर आधुनिक रिहायशी परिसर का निर्माण किया जाएगा।
इसके साथ ही अनाज मंडी , शाहदरा में सिथत निगम भूमि पर भी पीपीपी मॉडल पर शापिंग कॉम्पलेक्स बनाए जाने की योजना है। पीएसयू, एनससएफ ऑफ इंडिया लिमिटेड को यह काम दिया गया है। स्वामी दयानंद अस्पताल और वीर सावरकर अस्पताल में मदर डेयरी उत्पादों की बिक्री के लिए क्योस्क के लिए भूमि आवंटित की गई है।