कसी नकेल, पैसे नहीं जमा कराने पर पार्किंग के ठेके रद
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
‘घर को ही आग लग रही घर के चिराग से’ यह कहावत भाजपा के शासन वाले दिल्ली के नगर निगमों पर खरी उतर रही है। एक ओर उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम पैसे की तंगी झेल रहे हैं और दूसरी ओर भाजपा पदाधिकारी ही भ्रष्ट निगम अधिकारियों के साथ मिलकर निगम को खुले हाथों से लूट रहे हैं। फिलहाल उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने पार्किंग माफिया पर नकेल कसते हुए पार्किंग के कई ठेके रद कर दिए हैं। रदद होने वाले ठेकेदारों में चांदनी चौक भाजपा जिला महामंत्री अजय भारद्वाज के भाई नीरज भारद्वाज का नाम भी शामिल है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आरपी सेल ने ठेकेदार की ओर बकाया राशि के बदले उसकी ओर से जमा की गई जमानत राशि को जब्त करने के साथ ठेकेदार से बाकी रकम वसूलने का आदेश भी जारी किया है। इस मामले में करोलबाग जोन के निगम उपायुक्त को लिखा गया है कि यह पार्किंग निगम के द्वारा चलवाई जाएं। इसके साथ ही करोलबाग पुलिस थाने के एसएचओ को भी सूचित किया गया है कि जब तक इन पार्किंग के ठेके दोबारा नहीं हो जाते, तब तक कोई पार्किंग माफिया लोगों से अवैध वसूली नहीं कर सके।
सामने आया अनिल शर्मा का नाम
पत्रकारों की टीम जब करोलबाग इलाके में चल रहे पार्किंग के इस गोरखधंधे की पड़ताल करने पहुंची तो पार्किंग ठेकेदार अनिल शर्मा का नाम सामने आया। बता दें कि अनिल शर्मा चांदनी चौक जिला भाजपा के पूर्व कोषाध्यक्ष हैं और इनकी पत्नी फिलहाल भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश पदाधिकारी हैं। दोनों की ओर ही नगर निगम का करोड़ों रूपया बकाया है। फिलहाल यह लोग दूसरे ठेकेदारों के नाम पर पार्किग का गोरखधंधा चला रहे हैं। करोलबाग की शास़्त्री पार्क स्थित पार्किंग में मौजूद अटेंडेंट राकेश ने बताया कि पार्किंग नीरज भारद्वाज के नाम पर है लेकिन यह लोग अनिल शर्मा के साथ मिलकर चला रहे हैं और वह रोजाना शाम को पैसा इकट्ठा करने के लिए आते हैं। जबकि पार्किंग को कई महीने पूर्व ही सरेंडर किया जा चुका है और निगम द्वारा निर्धारित तारीख भी निकल चुकी है।
बड़े भाजपा नेताओं के नाम पर फर्जीवाड़ा
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि यहां पार्किंग माफिया बड़े स्तर पर सक्रिय है। केवल निगम कर्मियों ही नहीं बल्कि पार्टी के पद के नाम पर निगम के अधिकारियों को भी डरा कर रखते हैं। कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से बिना कोई पैसा जमा कराए यह पार्किंग स्थलों पर कब्जा किए रहते हैं। खास बात है कि यह भाजपा में अपने पद के साथ दिल्ली से केंद्रीय मंत्री विजय गोयल और डॉ हर्षवर्धन और संघ से जुड़े रामलाल और सिद्धार्थन के साथ प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और दूसरे पार्टी पदाधिकारियों के नाम की धोंस अधिकारियों पर जमाते हैं।
भाजपा पदाधिकारियों की चुप्पी
प्रदेश भाजपा पदाधिकारियों ने अपने ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के मामले में चुप्पी साध रखी है। प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी सहित दूसरे नेता इस मामले में हाथ नहीं डालना चाह रहे। पार्किंग माफिया ने नीचे ऊपर तक अपना जाल बिछा रखा है। सूत्र बताते हैं कि पार्किंग के कुछ बकाएदार ठेकेदारों का कहना है कि वह पार्किंग की लूट के इस पैसे को पार्टी के काम में लगाने के साथ पार्टी नेताओं के घर भी पहुंचाते हैं।
एटूजैड ने चलाई थी खबर
एटूजैड न्यूज की लंबी मुहिम के बाद निगम अधिकारियों ने पार्किंग माफिया के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की है। पिछले कई वर्षों से पार्किंग माफिया की ओर नगर निगम का अरबों रूपया बकाया है। खुद पार्टी के पदाधिकारी नगर निगम को चूना लगा रहे हैं लेकिन पार्टी के आला पदाधिकारी इस ओर से आंखें बंद किए बैठे हैं। उत्तरी दिल्ली में संगठित रूप से चल रहे इस पार्किंग माफिया के ग्रुप में करीब डेढ़ दर्जन ठेकेदार हैं जो एक ही धुरी के साथ घूम रहे हैं। यह लोग हर बार बड़ा बकाया होने के बाद नई कंपनी के नाम से ठेके ले लेते हैं, और फिर नगर निगम को चूना लगा देते हैं।