खास मुलाकातः उत्तरी दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह के साथ

-हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना हमारी प्राथमिकताः राजा इकबाल सिंह

भारतीय जनता पार्टी की ओर से उत्तरी दिल्ली नगर निगम में राजा इकबाल सिंह ने उत्तरी दिल्ली के महापौर का दायित्व संभाल लिया है। एटूजैड न्यूज़ के साथ उन्होंने खास मुलाकात में बताया कि उनकी प्राथमिकता हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की है। उन्होंने यह भी कहा कि अभी करोना महामारी से छुटकारा नहीं मिला है। अतः हमें निगम की स्वास्थ्य सेवाओं पर अभी बहुत ध्यान देने की जरूरत है।

पेश हैं उनके साथ ‘‘खास मुलाकात’’ के प्रमुख अंशः-
एटूजैड न्यूजः राजा इकबाल सिंह जी आपने उत्तरी दिल्ली के महापौर का कार्यभार संभाल लिया है, आपकी प्राथमिकताएं क्या रहेंगी?
महापौरः मेरी सबसे पहली प्राथमिकता हेल्थ सेक्टर है। कोरोना का समय चल रहा है। थर्ड वेव आने की आशंका है, जिसे हमें हल्के में नहीं लेना चाहिए। हमने पिछले कुछ महीनों में त्राहि-त्राहि के हालात देखे हैं, हम चाहते हैं कि आगे जान-माल का ऐसा नुकसान नहीं हो। इसलिए हम हेल्थ सेक्टर के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ो की कोशिश करेंगे, हमारे जो डॉक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिकल और दूसरे स्टाफ को मोटिवेट करेंगे। उन्होंने महामारी के समय में जनता की बहुत सेवा की है। दूसरी प्राथमिकता साफ-सफाई की है। इस पर पूरा ध्यान रहेगा और जो भी हमारी परियाजनाएं चल रही हैं, वह समय से पूरी हों, इस ओर भी हमारा पूरा ध्यान रहेगा।
एटूजैड न्यूजः उत्तरी दिल्ली नगर निगम की सबसे बड़ी समस्या आर्थिक तंगी की है। जाहिर सी बात है कि आमदनी के जो पहले से स्रोत हैं, उनके अलावा भी कुछ नये स्रोत ढूंढने पड़ेंगे। उसको लेकर किस तरह की तैयारी है?
महापौरः हम अधिकारियों को प्रोत्साहित करेंगे कि निगम के अपने स्रोत से ज्यादा से ज्यादा रेवेन्यू आ सके। हम लोगों पर ज्यादा भार नहीं डाल सकते। क्योंकि सभी लोग कोरोना महामारी की वजह से पीड़ित हैं और उनके काम-धंधे भी नहीं चल रहे हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा हाउस टैक्स के केंप लगाएं, ताकि इससे ज्यादा से ज्यादा राजस्व प्राप्त हो सके।
एटूजैड न्यूजः हाल ही में व्यापारियों के जनरल ट्रेड लाइसेंस का बड़ा मुद्दा सामने आया है। निगम ने लाइसेंस शुल्क में 17 गुना बढ़ोतरी कर दी है। इसे वापस लेने की बात तो कही गई है, लेकिन अधिकारी मानने को तैयार नहीं बताए जा रहे हैं। क्या इस संबंध में आपकी कोई बात हुई है?
महापौरः मैंने अभी कार्यभार संभाला है, अभी इस संबंध में मेरी कोई बात अधिकारियों के साथ नहीं हो सकी है। हम उनके साथ बात करेंगे और इसका कोई अच्छा हल निकालेंगे।
एटूजैड न्यूजः राजस्व बढ़ाने के लिए क्या करेगे?
महापौरः हमें जनता को देखना है। व्यापार की हालत ठीक नहीं है। लोग परेशान हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि जिन स्रोतों से टैक्स आता है, उन्हीं पर फोकस करें। क्योंकि जनता का पैसा जनता के ऊपर ही लगाया जाता है। दिल्ली नगर निगम की आर्थिक हालत ठीक नहीं है तो हम दिल्ली सरकार से भी गुजारिश करेंगे कि नगर निगमों का जो भी पैसा बनता है, वह हमें दिया जाये, ताकि हम नगर निगम के कर्मचारियों की सेलरी भी समय से दे सकें। हमने हाउस टैक्स के कैंप लगाने शुरू कर दिये हैं। ताकि लोगों को सुविधा भी हो और निगम को अपना राजस्व भी प्राप्त हो सके।
एटूजैड न्यूजः राजस्व की हिस्सेदारी को लेकर दिल्ली सरकार के साथ नगर निगम का झगड़ा लंबे समय से चला आ रहा है। पिछले वर्ष तो तीनों महापौर 13 दिन तक सीएम आवास के सामने धरने पर बैठे। क्या आगे भी ऐसा देखने को मिल सकता है?
महापौरः कुछ भी हो सकता है। क्योंकि हम उम्मीद करते हैं कि दिल्ली सरकार का रूख जनता के प्रति अच्छा रहे। हमारे डॉक्टर्स, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी और सभी निगम कर्मचारी अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ काम कर रहे हैं। सीएम केजरीवाल जी का भी यह फर्ज बनता है कि जिस तरह से वह दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों को बजट देते हैं, उसी तरह दिल्ली नगर निगम के कर्मियों का भी खयाल रखें।