खास मुलाकातः दक्षिणी दिल्ली के महापौर मुकेश सूर्यान के साथ

-वह दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं, उन्हें अपना दिल बड़ा करना चाहिएः मुकेश सूर्यान

भारतीय जनता पार्टी की ओर से दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में मुकेश सूर्यान ने दक्षिणी दिल्ली के महापौर का दायित्व संभाल लिया है। इससे पहले वह दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की शिक्षा समिति के अध्यक्ष रहे हैं। एटूजैड न्यूज के साथ उन्होंने खास मुलाकात में बताया कि उनकी प्राथमिकता निगम को हर क्षेत्र में मजबूत करने की है। उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल सरकार लगातार निगमों को कमजोर करने का काम कर रही है। अतः अतः हम उनके खिलाफ धरना-प्रदर्शन ही नहीं, वह सभी काम करेंगे जिससे कि निगमों की हालत सुधरे। वह दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं, हम सबके मुख्यमंत्री हैं, उन्हें अपने दिल को बड़ा बनाना चाहिए।

पेश हैं उनके साथ ‘‘खास मुलाकात’’ के प्रमुख अंशः-
एटूजैड न्यूजः मुकेश सूर्यान जी आपने दक्षिणी दिल्ली के महापौर की जिम्मेदारी संभाल ली है, अब आपकी प्राथमिकता क्या रहेगी?
महापौरः हमारी प्राथमिकता नगर निगम को सुचारू रूप से चलाने की है। पार्टी के लिए काम करते हुए नगर निगम को आगे बढ़ाना है और दिल्ली की जनता की सेवा करनी है। हम केवल चुनावी राजनीति नहीं करते, हम दिल्ली के लोगों के लिए काम करते हैं। आपने देखा होगा कि कोरोना की पहली लहर मे ंभी दक्षिणी दिल्ली नगर निगम आगे था ओर जब दूसरी लहर आयी तब भी हमारा नगर निगम लोगों की सेवा में आगे था। हम दिल्ली की जनता के लिए सबसे आगे बढ़कर काम कर रहे हैं और इसे आगे बढ़ाना है।
एटूजैड न्यूजः नगर निगम पर लगातार आर्थिक संकट चल रहा है। आपकी ही पार्टी के दावों पर भरोसा करें तो दिल्ली सरकार कोई सहयोग नहीं कर रही है। इससे कैसे बाहर निकलेंगे?
महापौरः जब कोई सत्ता में आ जाता है तो बड़ा बन जाता है। ऐसे में लोगों को अपना दिल भी बड़ा रखना चाहिए। लेकिन मुझे लगता है कि उनका (सीएम अरविंद केजरीवाल का) दिल बड़ा नहीं है। दिल्ली वालों ने उन्हें तीन बार चुना है। एक एजेंसी नगर निगम है जो हमेश दिल्ली वालों की सेवा के लिए तत्पर रहती है। इसे एमसीडी कहा जाता है, जिसे हम मोस्ट केयरिंग डिपार्टमेंट कहते हैं। यह एजेंसी 24 घंटे लोगों की सेवा करता है और आप इसी को अपंग करना चाहते हैं तो यह सोच का फर्क है। इसे ठीक करने के लिए केवल धरना-प्रदर्शन ही नहीं हमें जो करना होगा, वह करेंगे क्योंकि वह दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं और हम सबके मुख्यमंत्री हैं। उन्हें अपना दिल बड़ा करना पड़ेगा और अपनी सोच को भी बढ़ाना पड़ेगा।
यह सरकार कोविड में लोगो को सुविधाएं देने में पूरी तरह से फेल हो गई, पानी नहीं दे पा रही, बिजली नहीं दे पा रही, शिक्षा नहीं दे पा रही। दिल्ली की सीवरेज व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है। अब सरकार को निगम को अपना काम करने देना चाहिए और इसके साथ ही निगमों के जो भी बकाया फंड्स हैं, उनको तुरंत जारी करना चाहिए।
एटूजैड न्यूजः पिछले दिनों दिल्ली वालों को देखने को मिला कि राजधानी के तीनों महापौरों को मुख्यमंत्री के आवास के बाहर 13 दिन तक धरने पर बैठना पड़ा, क्या ऐसी स्थिति आगे भी आ सकती है?
महापौरः आप इसी से अंदाजा लगा लीजिए कि जो पार्टी केवल धरना-प्रदर्शन की देन हो और उस पार्टी के मुख्यमंत्री के घर के बाहर दिल्ली के तीनों प्रथम नागरिकों को धरने पर बैठना पड़ा। इससे ज्यादा शर्मनाक बात और क्या हो सकती है। उन्हें दिल्ली वालों की चिंता नहीं है। उन्हें केवल अपनी पार्टी का विस्तार करना है और अपने आपको बढ़ाना है। सारे राज्यों में जाकर चुनाव लड़ना है। यह सरकार हर मोर्चे पर फेल है।
एटूजैड न्यूजः नगर निगम में लंबे समय से भ्रष्टाचार की खबरें आती रही हैं। निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते रहे हैं। इन सब बातों से कैसे बाहर नकलेंगे?
महापौरः यह विपक्ष के आरोप हैं, हम विकास की राजनीति करते हैं उन्होंने कोई नया स्कूल, अस्पताल, डिस्पेंसरी या पार्क नहीं बनाया है। केंद्र सरकार के पैसा देने के बावजूद कोई नया काम नहीं किया। दिल्ली सरकार नगर निगमों का पैसा नहीं दे रही है, जिसकी वजह से कर्मचारियों की सेलरी नहीं जा पा रही है। केजरीवाल सरकार को निगमों के हक का पैसा देना पड़ेगा।
एटूजैड न्यूजः महापौर बतौर आपका दिल्ली वालों के लिए क्या संदेश है?
महापौरः मैं दिल्ली वालों से यही कहना चाहूंगा कि कोरोना की महामारी चल रही है। लेकिन उन्हें बिलकुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। पूरी सावधानी बरतें, सरकार की गाइडलाइंस को पूरी तरह से मानें और अपना व अपने परिवार का पूरा खयाल रखें। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम आपके साथ है।