चार साल में निदेशक नहीं खोज सका दक्षिणी दिल्ली निगम

-साउथ डीएमसी में 2017 के बाद से खाली पड़ा आयुष विभाग का निदेशक पद
-डॉक्टर्स की भर्ती हुई, लेकिन नहीं हुई निदेशक के पद पर कोई तैनाती

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का आयुष विभाग बीते चार साल से अपने निदेशक की तलाश में है। लेकिन अभी तक यह तलाश पूरी नहीं हो पाई है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने लॉकडाउन में ढील के बाद इसी मंगलवार से आयुष विभाग के अपने पंचकर्म अस्पताल और डिस्पेंसरीज को खोला है। दावा किया गया है कि इन अस्पतालों और डिस्पेंसरीज में लोगों के इम्युन सिस्टम को बढ़ाने वाली दवाइयां दी जाएंगी। लेकिन इन अस्पतालों और पंचकर्म अस्पतालों में दवाईयां नहीं होने की शिकायतें लगातार आ रही हैं।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा तीन पंचकर्म और एक आयुर्वेदिक एवं मधुमेह अस्पताल, आयुर्वेदिक के 40 औषधालय, यूनानी के 12 औषधालय और होम्योपैथी के 6 औषधालय और एक मोबाइल वैन का संचालन किया जा रहा है। फिलहाल कई साल से आयुर्वेदिक विभाग की अतिरिक्त निदेशक के लता ही इस काम को डीएचए साथ मिलकर निभा रही हैं। आरोप है कि पिछले कई साल से आयुष विभाग में दवाईयों के टेंडर तक नहीं किए जा सके हैं।

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लंबे समय से आयुष विभाग में निदेशक का पद खाली चला आ रहा है। बताया जा रहा है कि कुछ अधिकारियों की मिलीभगत का चक्र बनाए रखने के लिए इस पद को नहीं भरा जा रहा है। आयुष विभाग का कोई निदेशक नहीं होने की वजह से विभाग में चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है। विभाग में अतिरिक्त निदेशक के पद पर तैनात के लता पर लगातार लापरवाही के आरोप लगाए जा रहे हैं।

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एटूजैड न्यूज द्वारा खबरें चलाए जाने के बाद उत्तरी दिल्ली निगम ने बीते शुक्रवार से ही अपने आयुष विभाग के अस्पताल और डिस्पेंसरीज को खोल दिया था। लेकिन दक्षिणी दिल्ली नगर निगम इसके पांच दिन बाद मंगलवार से आयुष विभाग की सेवाएं शुरू कर पाया था। 2017 में डॉक्टर आलोक शर्मा की सेवानिवृति के बाद से दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में आयुष विभाग के निदेशक के पद को नहीं भरा गया है। आश्चर्य की बात है कि फिलहाल यह जिम्मेदारी एलोपैथिक विभाग के डीएचए के द्वारा निभाई जा रही है।

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खास बात है कि आयुष विभाग के निदेशक की तैनाती तो नहीं हो सकी लेकिन इस दौरान इस विभाग में 18-20 डॉक्टर्स की भर्ती कर ली गई। इस भर्ती को लेकर भी कई तरह के आरोप लगे हैं। शीर्ष अधिकारी के लता से इस बारे में जानकारी मांगी गई लेकिन उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि निगम की वेबसाइट पर सारी जानकारी मौजूद है।