-सिग्नेचर ब्रिजः बिन बुलाए जाएंगे तिवारी

-उद्घाटन पर होगा घमासान
-आप-भाजपा में क्रेडिट लेने की होड़
-बिन बुलाए उद्घाटन में जाएंगे तिवारी

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
कांग्रेस की बहुप्रतीक्षित सिग्नेचर ब्रिज परियोजना पर घमासान मचा है। रविवार को 4 नवंबर को वजीराबाद के पास यमुना नदी पर बनाए गए सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन होना है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है। इस ब्रिज का उद्घाटन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल करेंगे। लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बिना बुलाए उद्घाटन समारोह में जाने का कार्यक्रम बना लिया है।


बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली सरकार के कई दूसरे मंत्री भी इस उद्घाटन समारोह में मौजूद रहेंगे। कांग्रेस के शासनकाल में इस ब्रिज की आधारशिला रखी गई थी। फिलहाल केंद्र में भाजपा की सरकार है। अतः कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को उम्मीद थी कि उन्हें इस उद्घाटन समारोह में बुलाया जाएगा। लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार की ओर से किसी दूसरे दल के नेता को नहीं बुलाया गया।
इस मामले में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पहले ही नाराजगी जता चुकी हैं। क्योंकि उन्हीं के कार्यकाल में इस ब्रिज का ज्यादातर काम पूरा हुआ है। दूसरी ओर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की नाराजगी इस बात को लेकर है कि जब दिल्ली में केजरीवाल सरकार नहीं थी तब उन्होंने ही इसके काम को आगे बढ़ाने के लिए धनराशि मुहैया कराई थी।
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि रविवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी उद्घाटन स्थल पर जाएंगे। क्योंकि यह ब्रिज उन्हीं के लोकसभा क्षेत्र में आता है और उन्होंने इसका काम पूरा कराने के लिए कोशिशें की हैं। यदि तिवारी उद्घाटन स्थल पर जाते हैं तो रविवार को यमुना किनारे आप-भाजपा के बीच का सियासी घमासान सड़क पर आ सकता है।