बंद है सदर बाजार… व्यापारियों ने लगाई पीएम मोदी से गुहार

-प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से अपील कंटेनमेंट जोन को रीडिफाइन करे सरकार
-सदर के 70 फीसदी इलाके में नहीं एक भी पेशेंट, फिर भी किया बंद
-नहीं सुन रहे अधिकारी, पुलिस की सख्ती से खस्ता हो रही व्यापार की हालत

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
एशिया के सबसे बड़े थोक मार्केट सदर बाजार के व्यापारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अपना बाजार खुलवाने की गुहार लगाई है। व्यापारी नेताओं का कहना है कि बाजार के 70 फीसदी हिस्से में कोरोना का एक भी पशेंट नहीं है। इसके बावजूद पूरे सदर बाजार इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करके व्यापार को तबाह किया जा रहा है।

यह भी पढ़ेंः- NORTH DMC: खुद से सीनियर अधिकारी को ओएसडी बना डाला… अफसरों का एक और कारनामा

फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन (फेस्टा) के वाइस चेयरमैन पवन कुमार ने कहा कि दिल्ली के बाकी थोक बाजार खुल जाने से सदर बाजार के व्यापारियों का भारी नुकसान हो रहा है। सदर क्षेत्र के 70 फीसदी हिस्से में व्यापार होता है। जबकि 30 फीसदी रिहायशी इलाका है। इस 30 फीसदी हिस्से में ही कोरोना के पेशेंट पाए गए हैं। इसकी वजह से पूरे सदर बाजार इलाके को कंटेनमेंट इलाका घोषित कर दिया गया है। बाजार बंद रहने की वजह से सदर बाजार का व्यापार लगातार शिफ्ट हो रहा है। बंद दुकानों और गोदामों में माल खराब हो रहा है। लेकिन व्यापारियों को अपनी दुकानों या गोदामों तक जाने तक की इजाजत नहीं मिल पा रही है। इसके चलते यहां का व्यापार लगातार तबाह होता जा रहा है।

यह भी पढ़ेंः- SOUTH डीएमसीः अफसरों का कारनामा… कोरोना के नाम पर निगम को लगाया करोड़ों का चूना!

पवन कुमार ने कहा कि कोरोना पेशेंट्स वाले इलाकों को पूरी तरह से सील रखकर बाकी इलाकों में तुरंत कारोबार करने की इजाजत दी जानी चाहिए। यहां के व्यापारी सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों का पालन करते हुए अपनी दुकानों को खोलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। व्यापारी वर्ग खुद कोरोना के साथ लड़ाई में शासन और प्रशासन के साथ है। लेकिन व्यापार को तबाह नहीं होने देना चाहिए।

यह भी पढ़ेंः- SDMC: जिसे लोगों ने सम्मानित किया उसी को देदी सजा… अफसरों का एक और कारनामा…!

व्यापारी नेताओं का कहना है कि यहां के प्रशासनिक अधिकारी व्यापारियों की समस्याओं पर बिलकुल ध्यान नहीं दे रहे हैं। डीएम निधि श्रीवास्तव से मिलकर व्यापारियों ने कई बार समस्या का समाधान निकलवाने के प्रयास किए हैं। लेकिन वह किसी की सुनने को तैयार ही नहीं हैं। पहले तो वह व्यापारी नेताओं से मिलने के लिए समय ही नहीं देती और यदि समय दे भी देती हैं तो उनसे मिलती नहीं हैं। व्यापारियों ने मांग की है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल और पीएम मोदी को तुरंत व्यापारियों की समस्याओं पर ध्यान देकर कंटेनमेंट जोन को सही ढंग से परिभाषित करना चाहिए।
सड़ रहा माल, ट्रांसफर हो रहा व्यापार
फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन के महामंत्री राजेंद्र शर्मा ने कहा कि लंबे समय से बंद पड़ी दुकानों में माल सड़ता जा रहा है। बहुत से माल की एक्सपायरी डेट खत्म होती जा रही है। इसके चलते यहां के व्यापारियों को बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि बाजार नहीं खुलने की वजह से यहां का व्यापार दूसरे स्थानों पर ट्रांसफर हो रहा है। बाहर से माल मंगाने वाले व्यापारी अब दूसरे बाजारों से खरीदारी करने लगे हैं। इसकी वजह से सदर बाजार के व्यापारियों का पुराना पैसा भी फंसता जा रहा है। सरकार और अधिकारियों को इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए।