– शाहीन बाग और सीलमपुर में वोट डालने को लगी रहीं लंबी कतारें
– मुस्लिम बहुल मतदाताओं वालें इलाकों में देर सांय तक चला मतदान
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
एनआरसी यानी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजनशिप का विरोध करने वालों ने शनिवार को जमकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ‘‘हम कागज नहीं दिखाएंगे’’ कहने वालों का विरोध ‘कागजी’ साबित हुआ। एनआरसी के नाम पर शाहीन बाग और सीलमपुर सहित कई इलाकों में अपने कागजात दिखाने का विरोध कर रहे लोगों ने अपनी पहचान के कागजात दिखाकर वोट डाले। मतदान के दिन ‘खास मकसद’ से विरोध करने के लिए सड़कें रोकने वालों की एक नहीं चली और उन्हें वोट डालने के लिए अपने दस्तावेज दिखाने पड़े।
शाहीनबाग अब्दुल कलाम ब्वॉयज स्कूल में बने पोलिंग बूथ में वोटिंग के लिए मतदाताओं की पूरे दिन लंबी लाइनें लगी रहीं। शाहीनबाग स्कूल में सुबह 11 बजे तक 30 फीसदी और शाहीनबाग ठोकर नंबर 8 के पोलिंग सेंटर पर 35 फीसदी मतदान हो चुका था। जबकि दिल्ली के बाकी हिस्सों में इस समय तक महज 14.75 फीसदी मतदान ही हुआ था। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर शाहीन बाग में सभी पांच मतदान केंद्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया था।
सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर भी सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतारें लग गईं। यहां सुबह 11 बजे तक दूसरे इलाकों के मुकाबले करीब दोगुना ज्यादा मतदान हो चुका था। हालांकि यहां के किसी भी मतदान केन्द्र पर मोबाइल लॉकर रूम की व्यवस्था नहीं थी। इस वजह से मतदाताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों ने शाहीन बाग, जामिया नगर और सीलमपुर जैसे संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए ज्यादा कर्मियों को तैनात किया था।
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को सुबह आठ बजे मतदान शुरू हो गया था। दिल्ली में 1.47 करोड़ लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने का मौका मिला। चुनाव में 672 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है। मतदान का समय सुबह 8 बजे से सांय 6 बजे तक तय किया गया था।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रणबीर सिंह ने बताया कि इस बार 81 लाख से अधिक पुरुष मतदाता, 66.80 लाख महिला मतदाता और 869 थर्ड जेंडर के मतदाता थे। इनमें करीब 2.33 लाख मतदाता 18 से 19 साल की आयुवर्ग के रहे। 2.04 लाख मतदाता 80 साल के वरिष्ठ नागरिक हैं जबकि 11,608 सर्विस वोटर रहे।
दिग्गज मैदान में
इस बार जो दिग्गज उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं उनमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी की आतिशी, दिलीप पांडे और राघव चड्ढा के साथ ही मंत्री सतेंद्र जैन, कैलाश गहलोत, गोपाल राय, इमरान हुसैन, राजेंद्र पाल गौतम, भाजपा के चार पूर्व महापौर आजाद सिंह, योगेंद्र चंदोलिया, रविंद्र गुप्ता और खुशी राम व दिल्ली कांग्रेस अरविंदर सिंह लवली, हारून यूसुफ और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी चोपड़ा जैसे नाम शामिल हैं।
13,750 बूथ बनाए गए
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए दिल्ली में 2,689 स्थानों पर कुल 13,750 मतदान केंद्र बनाए गए। संवेदनशील मतदान केंद्रों की श्रेणी में 516 जगहों पर 3704 बूथ बनाए गए। अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील श्रेणी के मतदान केंद्रों पर पुलिस सुरक्षा के अलावा अर्द्धसैन्य बल भी सुरक्षा में लगाए गए। ऐसे केंद्रों पर गतिविधियों पर वेबकास्टिंग के जरिये नजर रखी जा रही है।
आप को मिले थे 54.3 फीसदी वोट
आम आदमी पार्टी को 2015 के विधानसभा चुनावों में 54.3 प्रतिशत वोट मिले थे। भारतीय जनता पार्टी को 32 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। जबकि कांग्रेस महज 9.6 फीसदी वोट पर सिमट कर रह गई थी। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार 11 फरवरी को आएंगे।