विदेशों में ट्रेनिंग से ज्यादा जरूरी है पूरी संख्या में शिक्षकों की नियुक्तिः कपूर

-फिनलैंड में 15 बच्चों पर 1 शिक्षक और दिल्ली में पढ़ाने पड़ते हैं 65 से ज्यादा बच्चेः प्रवीण शंकर

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली, 31 जनवरी, 2023।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर (Praveen Shankar Kapoor) ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री (CM) अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को विदेशों में शिक्षकों की ट्रेनिंग की जिद को छोड़कर दिल्ली के स्कूलों में पूरी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति करने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ शिक्षकों को फिनलैंड में ट्रेनिंग दिलाने की दिल्ली की केजरीवाल सरकार की जिद केवल एक हठधर्मिता है। समझ से परे है कि कुछ शिक्षकों को फिनलैंड भेजने से दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था कैसे सुधरेगी?
प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि यह दुखद है कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फिनलैंड ट्रेनिंग को लेकर लगातार उपराज्यपाल महोदय से पत्रचार कर केवल प्रशासनिक टकराव की स्थिति बना रहे हैं। जिस फिनलैंड की शिक्षा व्यवस्था से केजरीवाल सरकार दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था की तुलना करती है उन दोनों में जमीन आसमान का अंतर है।
जहाँ फिनलैंड के सरकारी स्कूलों में एक शिक्षक 15 छात्रों को पढ़ाता है वहीं दिल्ली के सरकारी स्कूलों में एक शिक्षक को 65 से ज्यादा छात्र पढ़ाने पड़ते हैं। वहां म्यूजिक तक के लिए विशेष शिक्षक होते हैं जबकि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में विज्ञान व कॉमर्स के शिक्षक तो दूर सामान्य ज्ञान पढ़ाने के लिए भी पूरे शिक्षक नहीं हैं।
प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि खुद उप मुख्य मंत्री मनीष सिसोदिया के चुनाव क्षेत्र पटपड़गंज के स्कूलों तक में पूरे शिक्षक एवं प्रिंसिपल नहीं हैं। केजरीवाल सरकार को समझना चाहिए कि विदेशों में शिक्षक ट्रेनिंग से ज्यादा जरूरी है सभी स्कूलों में सभी विषयों के शिक्षक नियुक्त करना, ताकि दिल्ली के छात्र-छात्राओं को सही शिक्षा प्राप्त हो सके।