-गांधी जी के जन्मदिन पर पदयात्राओं का आयोजन कर रही भाजपा
-कांग्रेस पहले ही कर चुकी देश भर में पदयात्राएं निकालने की घोषणा
पूनम सिंह/ नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और बसपा से संविधान निर्माता कहे जाने वाले बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की सियासी विरासत को तो पहले ही छीन लिया है। भाजपा के निशाने पर अब कांग्रेस के पूज्य बापू जी यानी महात्मा गांधी की सियासी विरासत है। 2 अक्टूबर को माहात्मा गांधी का 150 वां जन्मदिवस है। इस मौके पर कांग्रेस ने देश भर में पदयात्राएं निकाल कर बापू को याद करने की घोषणा की थी। लेकि अब भाजपा ने अपने सांसदों को अगले एक महीने का एजेंडा सौंपते हुए ‘गांधी संकल्प पदयात्रा’ के जरिये गांव-गांव में संपर्क और संवाद करने की जिम्मेदारी सौंपी है। भाजपा द्वारा महात्मा गांधी की 150वीं जयंती यानी 2 अक्तूबर से सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्तूबर तक प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में 150 किलो मीटर की ‘संकल्प पदयात्रा’ निकाली जाएगी। भाजपा अब इन पदयात्राओं के जरिए गांधी व पटेल की सियासी विरासत पर कब्जा करने की कवायद में है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने 21 सितंबर शनिवार को भाजपा के देश भर के प्रदेश पदाधिकारियों एवं सांसदों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सीधा संवाद किया। अमित शाह ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देश भर में आयोजित होने वाली गांधी संकल्प यात्रा के मौके पर’फिट इंडिया’ और ’सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त भारत’ कार्यक्रम को यादगार बनाने की अपील की।
’फिट इंडिया’ व ’सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त भारत’ कार्यक्रम
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से ’फिट इंडिया’ और ’सिंगल यूज प्लास्टिक’ से मुक्त भारत के निर्माण का आह्वान किया है। पार्टी ने इस अभियान को सफल बनाने और बापू के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। हमें इन कार्यक्रमों को सफल एवं अविस्मरणीय बनाना है। अमित शाह ने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अलग से संबोधित किया।
संबोधन के दौरान अमित शाह के साथ पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कुछ अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक ’गांधी संकल्प यात्रा’ के आयोजन के साथ जनसंपर्क, स्वच्छ भारत अभियान, जन-सभा, स्वदेशी हाट, प्रेस वार्ता और प्रभात फेरी जैसे कई कार्यक्रम होंगे। इसमें सभी 3,229 सांसद, विधायक, एमएलसी, जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारी शामिल होंगे।
कांग्रेस का पदयात्रा अभियान फीका करने की कोशिश
कांग्रेस ने गांधी की जयंती पर देश भर में राज्य अकाईयों के जरिए पदयात्राओं का आयोजन कर पार्टी में जान फूंकने की कोशिश की थी। लेकिन भाजपा ने इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए कांग्रेस से इस मौके को छीन लिया है। सरकार, मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, विधायकों और भाजपा के बड़े नेताओं के सामने कांग्रेस का पदयात्रा अभियान फीका ही साबित होगा। अब कांग्रेस को सियासत में पैर जमाने के लिए कोई और रास्ता ढूंढना होगा।