-बीजेपी नेता के बयान के बाद उत्तराखंड की सियासत में अटकलों का बाजार गर्म
एसएस ब्यूरो/ देहरादूनः 10 अप्रैल।
उत्तराखंड की राजनीति में सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है। राज्य में अटकलों का बाजार गर्त है। भारतीय जनता पार्टी के नेता मथुरा दत्त जोशी ने कहा है कि कांग्रेस के 10 विधायकों जल्दी ही बीजेपी में शामिल होंगे। जोशी का कहना है कि ये विधायक शीघ्र कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में सम्मिलित होंगे। अहमदाबाद में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन से एकजुटता का मंत्र लेकर उत्तराखंड लौटते ही कांग्रेस नेताओं को मथुरा दत्त जोशी के बयान ने चौंका दिया है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में वर्ष 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस समय राज्य में बीजेपी की दूसरी बार सरकार है। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पहले ही कांग्रेस और बीजेपी तैयारियों में जुटे हुए हैं। कांग्रेस राज्य की सत्ता में वापसी के लिए पूरी कोशिशों में जुटी हुई है। हाल ही में अहमदाबाद में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में ऐसे प्रदेशों में पार्टी को मजबूत बनाने पर विशेष बल दिया गया, जहां विधानसभा चुनाव आने वाले वर्षों में तय हैं। जोशी के बयान को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
बीजेपी नेताओं में बेचैनी का माहौलः कांग्रेस
दूसरी ओर, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मथुरा दत्त जोशी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि जोशी से पहले कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जा चुके हैं। इससे बीजेपी के नेताओं में बेचैनी है। सत्ताधारी दल में उथल-पुथल मची हुई है। उन्हें यही लगता है कि बीजेपी में अब कांग्रेसियों के लिए वैकेंसी फुल है। राज्य में कांग्रेस पूरी तरह एकजुट है। पार्टी विधायकों के कहीं जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
जोशी ने जनवरी 2025 में छोड़ी थी कांग्रेस
बता दें कि मथुरा दत्त जोशी ने जनवरी में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। उस समय वह प्रदेश उपाध्यक्ष (संगठन) के पद पर थे। जनवरी महीने में राज्य में निकाय चुनाव हुए थे। मथरा दत्त जोशी अपनी पत्नी रूक्मणी देवी को पिथौरागढ़ से मेयर का टिकट दिलाना चाहते थे। परंतु कांग्रेस ने यहां से अंजु लुंठी को चुनावी मैदान में उतारा था। जोशी ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए यह भी कहा था कि वह स्वयं पिछले 10 वर्षों से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रहे हैं, परंतु उन्हें इस लायक नहीं समझा गया।