-दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर रोक
-हाथ पर हाथ धरे बैठे पटाखा कारोबारी
-बाजार में ग्रीम पटाखों की तलाश जारी
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
स्ुूप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते दिल्ली-एनसीआर में एक हजार करोड़ रूपये का पटाखा कारोबार स्वाहा हो गया है। लंबे समय से त्योहार पर अच्छी कमाई की उम्मीद लगाए बैठे पटाखा कारोबारी पुलिस की सख्ती के चलते दुकानों पर ताला लगाकर अपने घरों पर बैठे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि कोर्ट ने जिन ग्रीन पटाखों को बेचने की छूट दी है वह बाजार में ही मौजूद नहीं हैं। जबकि दिवाली पर पटाखे चलाने की उम्मीद में लोग बाजारों में ग्रीन पटाखों की तलाश में धक्के खा रहे हैं।
पटाखा कारोबारियों की एसोसिएशन के वरिष्ठ पदाधिकारी संजय जैन ने एटूजैड न्यूज को बताया कि कोर्ट ने पहले कुछ हिदायतों के साथ पटाखों की बिक्री की छूट दी थी। लेकिन बाद में ग्रीन पटाखों की बिक्री की छूट जारी रखी है। कोर्ट ने जिन पटाखों में बेरियम उपयोग होता है, उनकी बिक्री पर रोक लगाई है। पटाखे बनाने वाली कई बड़ी कंपनियों ने बिना बेरियम के पटाखों की सूची जारी की है। इस सूची के मुताबिक करीब डेढ़ सौ पटाखों की बिक्री की जा सकती है। लेकिन दिल्ली पुलिस कोई पटाखे नहीं बेचने दे रही। उनका कहना है कि उनके पास ऐसा केई आदेश नहीं आया है। इसके चलते पटाखा कारोबारी अपनी दुकानें बंद रखने पर मजबूर हुए हैं।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया रिटेल ट्रेडर्स के महासचिव सत्येंद्र चौहान का कहना है कि दिवाली हिंदुओं का बड़ा त्योहार है। इन त्योहारों के साथ ऐसी बातें जुड़ी हैं, जिनकी वजह से व्यापार को बढ़ावा मिलता है। दिवाली के साथ पटाखों और आतिशबाजी की परंपरा जुड़ी है। अकेले दिल्ली-एनसीआर में ही करीब एक हजार करोड़ का पटाखा कारोबार होता है। लेकिन कोर्ट के आदेश और दिल्ली पुलिस के तालमेल के अभाव की वजह से इस त्योहार पर पटाखा कारोबार बर्बाद हो गया है। इसकी शुरूआत भले ही दिल्ली-एनसीआर से हुई हो, लेकिन लेकिन धीरे धीरे यह पूरे देश में लागू होगा।
रात 8 से 10 बजे तक ही चला सकेंगे पटाखे
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक दिवाली के दिन रात्रि 8 बजे से 10 बजे के बीच ही ग्रीन पटाखे चलाए जा सकते हैं। इससे पहले या बाद में किसी ने पटाखे चलाए तो स्थानीय पुलिस उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकती है। इसके लिए सेक्शन 188 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। बता दें कि पिछली दिवाली के मौके पर भी कोर्ट ने पटाखे बेचने, रखने और चलाने पर बंदिश लगाई थी। लेकिन लोगों ने खूब आतिशबाजी की थी।
आगे दीपक जलाने पर भी एतराज आएगाः आरएसएस
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह भैया जी जोशी ने कहा है कि दिवाली पर पटाखे जलाने की लंबी परंपरा रही है। यह हिंदुओं का त्योहार है, आनंद के साथ मनाया जाता है। ऐसा नहीं है कि सभी पटाखे प्रदूषण फैलाते हैं। इस मामले में संतुलित आदेश आना चाहिए था। भविष्य में ऐसा भी हो सकता है कि दिए जलाने पर ऐतराज होने लगे कि इसमें भी कोई समस्या है। तो क्या इस पर भी इस तरह का आदेश दिया जाएगा।