574 में से घटाए 132 डीटीसी के रूट, कैसे मिलेगा मुफ्त सफर का लाभ?

-बिधूड़ी ने उठाए सवाल… केजरीवाल ने किया डीटीसी का बुरा हाल
-भाजपा का आरोप केजरीवाल सरकार ने डीटीसी बसों के घटाए 1200 ट्रिप
-5 साल में 20 लाख बढ़ी जनसंख्या कैसे मिलेगा सार्वजनिक परिवहन का लाभ

टीम एटूजेड/नई दिल्ली
दिल्ली बीजेपी ने केजरीवाल सरकार की महिलाओं को डीटीसी के मुफ्त सफर पर सवाल उठाए हैं। दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने केजरीवाल सरकार की इस योजना को चुनावी घोषणा बताते हुए कहा कि भारत संस्कृतियों व परंपराओं से बंधा हुआ है। हमारे शास्त्रो में माताओं-बहनों को पूज्यनीय बताया गया है। 130 करोड़ देशवासी शास्त्रों को आधार मानते हैं। बिधूड़ी ने कहा कि पिछले 5 साल में दिल्ली की आबादी 15 फीसदी रिहायशी इलाका बढ़ गया है। दिल्ली की जनसंख्या 20 लाख बढ़ी है। लेकिन 2015 में डीटीसी के 574 रूट चल रहे थे। लेकिन केजरीवाल सरकार ने इनमें से 132 रूट घटा दिये हैं। डीटीसी बसों के 1200 ट्रिप घटा दिए गए हैं। जिसकी वजह से लोगों को डीटीसी की बसों का घंटों इंतजार करना पड़ता है। इस पर केजरीवाल को श्वेत पत्र लाना चाहिये।
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उज्जवला योजना के तहत 9 करोड़ महिलाओं को फ्री गैस कनेक्शन दिया है। स्वच्छ भारत योजना के तहत लोगों को 11 करोड़ शौचालय दिये जा चुके हैं। दिल्ली में जब बसें ही नहीं हैं तो महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा कैसे मिलेगी। यह दिल्ली की माताओं-बहनों को गुमराह करके चुनावी फायदा लेने की केजरीवाल की योजना है। हमें उनकी नीयति पर संदेह है क्योंकि मुफ्त योजना 60 महीने पहले भी चलाई जा सकती थी।
सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि देश के टुकड़े-टुकड़े चाहने वालों का समर्थन करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री को देर से समझ में आया कि देशद्रोहियों का साथ देने वालों को दिल्ली की जनता माफ नहीं करेगी। इसी कारण से अनुच्छेद 370 व 35-ए का स्वागत ऊपरी मन से किया गया। लेकिन कहीं न कहीं मन में छल लिये जनता को ठगने का काम उनके द्वारा बार बार किया जा रहा है। दिल्ली में डीटीसी की बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा देने के दिल्ली सरकार के निर्णय का हम स्वागत करते हैं। लेकिन इस निर्णय के पीछ केजरीवाल सरकार की मंशा का हम विरोध करते हैं।
बिधूड़ी ने कहा कि कामनवेल्थ गेम्स के दौरान दिल्ली में करीब 7000 बसें थी। सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि 10 हजार नई बसें लाई जायेंगी। केजरीवाल बतायें कि 56 महीने के अपने कार्यकाल में उन्होनें कितनी नई बसें खरीदी हैं। वर्तमान में डीटीसी के बेड़े में केवल 3781 बसें रह गई है। बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री को दिल्ली के बुजुर्गों व छात्रों को भी इस योजना में शामिल करना चाहिए था। लेकिन दलगत राजनीति से प्रेरित होकर उन्होने ऐसा नहीं किया। उन्होंने दिल्ली की जनता से 70 वादे किए थे। 500 नये स्कूल खोलने की बात कही गई थी। एक भी नया स्कूल नहीं खोला गया। 20 नये कॉलेज खोलने की बात कही गई थी लेकिन एक भी नया कॉलेज नहीं खोला गया।
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि टाटा और अशोक लीलैंड से किये गये कान्ट्रेक्टर के अनुसार कोई भी डीटीसी की बस 10 साल के बाद सड़कों पर नहीं चलाई जा सकती। राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान खरीदी गई बसों में से मात्र 3781 बसें ही डीटीसी के बेड़े में बची हैं। इसका मतलब स्पष्ट है कि जो 3781 बसें अभी दिल्ली में चल रही है वो आने वाले 6 महीने के भीतर सड़को से बाहर कर दी जायेंगी। 56 महीने के आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल में सोसायटी के माध्यम से 100 नई बसें लाई गई हैं जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री का कोई योगदान नहीं है। स्पष्ट है कि चुनावों को नजदीक पाकर केजरीवाल ऐसी योजना शुरू कर रहे हैं जो की किसी भी स्तर पर जमीन पर नहीं उतरती है। केजरीवाल दिल्ली में 2 लाख कैमरे व स्ट्रीट लाईट लगाने की बात कह रहे है जो कि सफेद झूठ के अलावा और कुछ नहीं है। केजरीवाल जनता से अपने झूठे वादों के लिए माफी मांगे नहीं तो दिल्ली की जनता माफ नहीं करेगी और आने वाले विधानसभा चुनावों में कमल का बटन दबाकर भाजपा को अपना आशीर्वाद देगी।