अब यूपी पुलिस ने रोका दिल्ली के कोरोना वॉरियर्स का रास्ता

-डॉक्टर्स और दिल्ली पुलिस के कर्मियों को बॉर्डर्स पर हो रही परेशानी
-नोएडा, गाजियाबाद और बागपत से आने जाने पर रोके जा रहे लोग

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली कतार में खड़े होकर कोरोना महामारी का सामना कर रहे स्वास्थ्य और पुलिस कर्मियों के सम्मान में दो बार विशेष आयोजन कराए हैं। लेकिन वही डॉक्टर्स और पुलिसकर्मी अब रोजाना दिल्ली से सटे एनसीआर के जिलों के बॉर्डर पर उत्तर प्रदेश पुलिस की झिड़की और हिकारत झेलने को मजबूर हैं। नोएडा (गौतमबुद्ध नगर), गाजियाबाद और बागपत जिलों और इनके आसपास के इलाकों से आने वाले डॉक्टर्स और दिल्ली पुलिस के जवानों को ड्यूटी पर होने के बावजूद पास नहीं होने की वजह से परेशान किया जा रहा है।
यह स्थिति तो तब है जब दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त की ओर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के पुलिस महानिदेशकों को पत्र जारी करके आग्रह किया गया है कि दिल्ली पुलिस के कोरोना वॉरियर्स को बेरोकटोक आने-जाने दिया जाए। बता दें कि दिल्ली पुलिस के बहुत से जवान, डॉक्टर्स और सफाई कर्मचारी एनसीआर के शहरों और ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। यह लोग रोजाना उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के विभिन्न इलाकों से दिल्ली में आकर अपनी ड्यूटी करते हैं। इसी परिस्थिति को देखते हुए दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों ने तीनों राज्यों की पुलिस से इन्हें आने-जाने देने का आग्रह किया है।
इसके बावजूद अलग अलग जिलों के बॉर्डर्स पर स्थानीय पुलिस द्वारा इन्हें वापस भेजा जा रहा है। दरअसल कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से उत्तर प्रदेश के एनसीआर क्षेत्र के विभिन्न जिलाधिकारियों द्वारा बिना पास के किसी को भी दिल्ली बॉर्डर और विभिन्न जिलों के बॉर्डर से एक से दूसरी जगह जाने पर रोक लगाई है। हालांकि इस आदेश में आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छूट दी गई है। लेकिन पुलिस अधिकारियों द्वारा डॉक्टर्स और पुलिसकर्मियों से पास मांगे जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस के कर्मियों रोके जाने की सबसे ज्यादा शिकायतें बागपत जिले से आ रही हैं।
म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफ दिल्ली डॉक्टर्स एसोसिएशन के अयक्ष डॉ आरआर गौतम ने बताया कि राजधानी के तीनों नगर निगमों में ऐसे बहुत से डॉक्टर्स हैं, जो नोएडा और गाजियाबाद सहित एनसीआर के कई इलाकों में रहते हैं। हमारे डॉक्टर्स इस समय अलग अलग अस्पतालों में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भागीदारी कर रहे हैं। मैं खुद नोएडा में रहता हूं और रोजाना दिल्ली आना-जाना पड़ता है। लेकिन हमारे डॉक्टर्स को दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस के द्वारा रोककर धमकाया जाता है। उनसे पास की मांग की जाती है। जबकि हमारे डॉक्टर्स के पास अपना पहचान पत्र और ड्यूटी पास होता है।
डॉक्टर गौतम ने बताया कि जिलाधिकारियों की वेबसाइट पर डॉक्टर्स के लिए कोई पास नहीं बनाए जा रहे हैं। फिर भी बॉर्डर पर उत्तर प्रदेश पुलिस का सटाफ पास की मांग करता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस ओर ध्यान देना चाहिए कि उनके डीएम और पुलिस अधिकारी ड्यूटी के नाम किस तरह से कोरोना वॉरियर्स को परेशान कर रहे हैं।