– धड़ाधड़ लगा रहे 12 कैरेट के सोने पर 22 कैरेट का ठप्पा
– उपभोकताओं को मिलकर लूट रहे ज्वैलर्स और हॉलमार्किंग/टंच ऐजेंट
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
आप ज्वैलरी खरीद रहे हैं तो सावधान रहें। क्योंकि अब सोना-चांदी कारोबार भरोसे के लायक नहीं रहा है। सरकार भले ही ज्वैलरी की शुद्धता बनाए रखने और उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाने के लिए हॉलमार्किंग पर जोर दे रही हो। लेकिन देश भर में आवश्यक रूप से लागू होने से पहले ही हॉलमार्क पर से लोगों का भरोसा उठ गया है। भले ही आपका ज्वैलर आपको हॉलमार्किंग करवाकर दे रहा है, फिर भी उसकी जांच कम से कम तीन-चार जगह जरूर करवाएं। क्योंकि कुछ ज्वैलर्स और हॉलमार्किंग व टंच एजेंट्स मिलकर फर्जी हॉलमार्किंग के जरिए बड़े स्तर पर ज्वैलरी खरीदने वालों को चूना लगा रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि दुकानदारों के खिलाफ शिकायतें आने के बावजूद ज्वैलर्स एसोसिएशनों के पदाधिकारी केवल अपनी नेतागिरी चमकाने में लगे हैं और गलत काम करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहीं। बल्कि अपने सदस्य दुकानदारों को प्रश्रय देकर बेईमानी के लिए उकसा रही हैं।
कूचा महाजनीः एक ही सोने की अलग अलग शुद्धताः
चांदनी चौक के कूचा महाजनी को अब तक सोना-चांदी के ऐशिया के सबसे बड़े बाजार के रूप में पेश किया जाता रहा है। लेकिन कूचा महाजनी में धड़ल्ले से झूठी हॉलमार्किंग की जा रही है। यही नहीं ठोस सोने की शुद्धता में भी अलग अलग सेंटर अलग अलग तरह की शुद्धता बता रहे हैं। ऐसा ही मामला पिछले दिनों सामने आया। सोने के एक टुकड़े को दो टंच सेंटर्स श्री सिद्धि गोल्ड लैब और बॉम्बे गोल्ड लैब पर दिखाया गया। मामला 28 मई, 2019 का है। श्री सिद्धि गोल्ड लैब पर इस सोने की शुद्धता 99.45 बताई गई जबकि इसी सोने की शुद्धता बॉम्बे गोल्ड लैब पर 99.42 बताई गई।
कूचा महाजनीः व्यापारी को थमाया कम शुद्धता का नेकलेसः
आगराः ज्वैलरी पर ज्यादा कैरेट का ठप्पाः
वारणसीः चार हॉलमार्किंग सेंटर्स पर दापेमारीः
बीते 30 अप्रैल 2019 को ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टेंडर्ड्स के अधिकारियों ने पुलिस की सहायता से वाराणसी के चार हॉलमार्किंग सेंटर्स के खिलाफ छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान चारों सेंटर्स के परिसरों में आपत्तिजनक सामान और फर्जी हॉलमार्किंग पाई गई थी। फिलहाल चारों हॉलमार्क सेंटर्स के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
एसोसिएशन के साथ मिलीभगत का आरोपः
बाहर से कूचा महाजनी में ज्वैलरी की खरीदारी के लिए आने वाले व्यापारियों का आरोप है कि यहां की एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ फर्जी हॉलमार्किंग करने वालों और आभूषणों पर फर्जी हॉलमार्किंग करवाकर बेचने वाले ज्वैलर्स की मिलीभगत है। यहीं कारण है कि कूचा महाजनी में किसी भी ज्वैलर या हॉलमार्किंग सेंटर पर छापेमारी नहीं हुई। पिछले दिनों चांदनी चौक के किनारी बाजार में चल रहे फर्जी हॉलमार्किंग सेंटर पर छापा मारा गया था। छापेमारी में यहां से आपत्तिजनक चीजें मिली थीं। लेकिन कूचा महाजनी में फर्जी हॉलमार्किंग की ज्वैलरी धड़ल्ले से बेची जा रही है, फिर भी यहां के दुकानदारों के खिलाफ बीआईएस या सरकार के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।