-शहरी एवं सदर-पहाड़गंज जोन पर कांग्रेस का कब्जा
-स्थायी समिति में चुनकर पहुंचे भाजपा के रवि कप्तान
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में शहरी एवं पहाड़गंज जोन के चुनाव में कांग्रेस का हाथ भाजपा के साथ हो गया। इसके चलते जोन और स्थायी समिति के चुनाव में बहुमत के बावजूद आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया। बता दें कि शहरी एवं पहाड़गंज जोन के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पदों और स्थायी समिति के सदस्य के लिए हुए चुनाव में जमकर क्रॉस वोटिंग हुई। इसके चलते आम आदमी पार्टी को एक भी पद हाथ नहीं लग सका। बाता दें कि जोन में आम आदमी पार्टी बहुमत में है और इसके मुताबिक जोन के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के साथ स्थायी समिति के लिए भी आम आदमी पार्टी के सदस्य ही चुने जाने की पूरी उम्मीद थी। लेकिन राजनीतिक दलों के बीच हुई क्रॉस वोटिंग ने आम आदमी पार्टी के अरमानों पर पानी फेर दिया और आप के पार्षद चुनाव के लिए हुई वोटिंग में हार गए।
बता दें कि नॉर्थ दिल्ली म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन में कांग्रेस तीसरे नंबर पर है, भाजपा पहले और आम आदमी पार्टी दूसरे स्थान पर है। खास बात है कि शहरी एवं सदर-पहाड़गंज जोन में आम आदमी पार्टी के 8 पार्षद हैं। यहां भाजपा के सबसे कम 3 पार्षद हैं। शहरी व सदर-पहाड़गंज जोन में आप के आठ पार्षद हैं तो कांग्रेस के छह व भाजपा के 3 पार्षद हैं। यह जोन मुस्लिम बहुल है। जोन के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के चुनाव में बतौर अध्यक्ष व उपाध्यक्ष कांग्रेस की सीमा ताहिरा व सुलक्षणा को नौ-नौ वोट मिले, जबकि इस पद पर खड़े आम आदमी पार्टी के राकेश कुमार व धमेंद्र कुमार को आठ-आठ मत ही हासिल हुए। हैरत की बात है कि स्थायी समिति के सदस्य के लिए भाजपा के रवि कप्तान (रविंद्र कुमार) ने बाजी मारी। चुनाव में आम आदमी पार्टी को करारी हार मिली। दरअसल आम आदमी पार्टी के नेता अपनी अकड़ में रहे और उन्होंने पार्षदों के साथ तालमेल बनाने की जरूरत ही नहीं समझी।
बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में ‘आप’:
शहरी एवं सदर-पहाड़गंज जोन में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी इसे बड़ा राजनैतिक मुद्दा बनाने की कोशिश में है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में विपक्ष के नेता लाकड़ा ने आरोप लगाया कि धुर विरोधी रहे कांग्रेस और बीजेपी ने हाथ मिलाकर आप प्रत्याशियों को हरा दिया। इस चुनाव में कांग्रेस का सेक्युलर चेहरा धूमिल हुआ और अवसरवादिता नजर आई। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी व कांग्रेस, दोनों ही पार्टी आम आदमी पार्टी की दिल्ली में बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गई है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा तथा महिला सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण जैसे कार्यों में अभूतपूर्व तरक्की करके भाजपा तथा कांग्रेस के पैर उखाड़ दिये है और इन दोनों पार्टियों ने आम आदमी पार्टी को सत्ता में दुबारा आने से रोकने के लिये पर्दे के पीछे समझौता कर लिया है।
‘आप’ की क्रॉस वोटिंग जीत का कारणः गोयल
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल ने शहरी एवं सदर-पहाड़गंज जोन में मिली जीत के लिए आम आदमी पार्टी के पार्षदों के बीच हुई क्रॉस वोटिंग को कारण बताया है। उन्होंने कहा कि जोन में मिली जीत कांग्रेस की कूटनीति और राजनीतिक सुझबूझ का परिणाम है। उन्होंने कहा कि अपनी नाकामी व अंतरकलह से बचने के लिए आम आदमी पार्टी के नेता मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। गोयल ने कहा कि आम आदमी पार्टी टूट के कगार पर है। पार्टी में जबरदस्त अंतरकलह व मतभेद चल रहे हैं।। उन्होंने कहा कि आप पार्षदों की क्रॉस वोटिंग कांग्रेस की जीत का बड़ा कारण है। भाजपा नेता तिलकराज कटारिया ने कहा कि असल में आप पार्टी के नेताओं ने ही अपने प्रत्याशियों को हरा दिया, इसमें हम क्या कर सकते हैं। उनका कहना है कि इस चुनाव में कांग्रेस और आप की मिलीभगत हुई है।