एमपी चुनावः सभी 24 सीटों पर लड़ेगी बसपा

-उपचुनाव में कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगी मायावती
-बसपा ग्वालियर-चंबल संभाग में दिखाएगी दमखम

टीम एटूजैड/ भोपाल
मध्य प्रदेश की सियासत एक बार फिर से गरम हो गई है। इस बार 24 सीटों पर होने वाला उपचुनाव इसका कारण बना है। चुनाव आयोग ने भले ही इन सीटों पर चुनाव कराने के लिए अभी विधिवत घोषणा नहीं की हो लेकिन कांग्रेस, बीजेपी सहित सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव में इस बार बहुजन समाज पार्टी कांग्रेस के रास्ते का रोड़ा बन सकती है। क्योंकि बसपा ने सभी 24 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर दी है।

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मध्य प्रदेश विधानसभा में फिलहाल बसपा के दो विधायक हैं। लेकिन उपचुनाव से पहले बीएसपी ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगी। एमपी बीएसपी अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने कहा कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने आदेश जारी कर दिया है कि एमपी में होने वाले आगामी विधानसभा उपचुनाव में बीएसपी सभी 24 सीटों पर अकेले अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी।

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बता दें कि विधानसभा की जिन 24 सीटों पर चुनाव होना है। वह राज्य के 15 जिलों में पड़ती हैं। इन 24 सीटों में से 9़ सीटें आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए हैं। 8 अनुसूचित जाति और 1 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। बता दें कि अभी बसपा के दो विधायक हैं। करीब डेढ़ साल पूर्व बसपा ने सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को समर्थन दिया था। लेकिन बीते लाकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के द्वारा बसपा के एक उम्मीदवार को तोड़े जाने से बसप मुखिया मायावती भन्नाई हुई हैं।

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यही कारण है कि वह कोंग्रस के साथ मिलकर चुनाव में नहीं जाना चाहतीं। दूसरी ओर दमोह के पथरिया से बीएसपी विधायक रामबाई तो कांग्रेस सरकार में मंत्री पद की दावेदारी कर रही थीं। वहीं एमपी में शिवराज सरकार बनने के बाद रामबाई ने दावा किया था कि उन्हें बीजेपी सरकार में भी मंत्री बनाया जाएगा।

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ग्वालियर-चंबल में दिखाएंगे दमखम
बसपा प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने कहा कि 24 सीटों में से हम ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की 16 सीटों पर पूरे दमखम से लड़ेंगे। इस संभाग की मुरैना, भिंड, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी और अशोकनगर जिलों की करीब 13 सीटों पर पहले भी हमारे विधायक रह चुके हैं। पिप्पल ने बताया कि बाकी 8 सीटों पर भी हमारे प्रत्याशी खड़े होंगे और उन सीटों पर पार्टी की स्थिति को बेहतर किया जाएगा।

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मायावती करेंगी नामों का चयन
पिप्पल के मुताबिक उपचुनाव में किसानों की कर्जमाफी और बेरोजगारी हमारे प्रमुख मुद्दे होंगे। इसके अलावा हम अनूसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के मुद्दों को भी उठाएंगे। अगले सप्ताह से दावेदारी के आवेदन फॉर्म लिए जाएंगे। उसके बाद पैनल सूची मायावती को भेजी जाएगी। पिप्पल ने आगे कहा कि बसपा कार्यकर्ता चुनावों की तैयारियों में जुट गए हैं।
बीजेपी के 107 विधायक
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा की कुल 230 सीटों में से भाजपा के 107 विधायक हैं। कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देने के बाद कांग्रेसी विधायकों की संख्या घटकर 92 रह गई है। इनके अलावा विधानसभा में 4 निर्दलीय हैं। जबकि 2 सीट बसपा और 1 सीट सपा के पास है। वर्तमान में विधानसभा की 24 सीटें खाली हैं। जिनमें से 22 सीट कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे से और 2 सीटें भाजपा एवं कांग्रेस विधायक के निधन के बाद खाली हुई हैं।