-सीएए का आधार… केजरीवाल सरकार पर प्रहार
-मेट्रो रेल, पीने का पानी और डीटीसी व्यवस्था पर दिल्ली सरकार को घेरा
-सिसोदिया पर तंजः झूठे वीडियो वायरल कर पुलिस को बदनाम करने की साजिश
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रामलीला मैदान से दिल्ली विधानसभा चुनाव का आगाज कर दिया। उन्होंने सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट पर खुलकर अपनी बात रखी तो दूसरी ओर केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ऊपर बिना नाम लिए तंज कसे। दिल्ली मेट्रो रेल, प्रदूषण, सीएनजी और पीएनजी, पैरिफेरल एक्सप्रेस वे, डीटीसी और पीने के गंदे पानी मामले में मोदी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को नाकाम बताया। पीएम ने इस क्षेत्र में दिल्ली में केंद्र सरकार की ओर से कराए गए कामों का श्रेय लेते हुए गिनाया।
पीएम मोदी ने दिल्ली में मेट्रो रेल के विकास का श्रेय लेते हुए कहा कि पिछले पांच साल में दिल्ली मेट्रो रेल की नई लाइनें बिछाने में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि पांच साल पूर्व दिल्ली में हर साल केवल 14 किलोमीटर मेट्रो रेल चालू की जा रही थी। जो अब हर साल बढ़कर करीब 25 किलोमीटर तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि बीते पांच सालों में केंद्र के प्रयासों से दिल्ली में 116 किलोमीटर मेट्रो रेल शुरू की जा चुकी है। उन्होंने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि असहयोग और राजनीति की वजह से मेट्रो रेल के फेज-4 का काम शुरू नहीं हो पाया। फेज-4 के काम में लगातार देरी होती जा रही है। उन्होंने बताया कि 70 किलोमीटर के नए रूट पर काम तेजी से काम जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए जामिया मिलिया इलाके में हिंसा और आगजनी की घटनाओं से संबंधित झूठे वीडियो वायरल करने पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को घेरा। मोदी ने कहा कि यह लोग अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं। यह आप लोगों ने पिछले हफ्ते देखा भी कि उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने झूठे विडियो फैलाकर आग लगाने का गुनाह किया है।
दिल्ली वालों को बताया अपना वीआईपीः
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र की कांग्रेस की पूर्व सरकारों जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने दिल्ली के सबसे आलीशान और महंगे इलाकों में 2 हजार से ज्यादा बंगले वीआईपी व्यापारियों को दे रखे थे। इन बंगलों के बदले उन्हें देने वालों को क्या मिला, मैं इसके पीछे नहीं जाना चाहता। लेकिन उन्होंने अनियमित कॉलोनियों को नियमित करने के लिए कुछ नहीं किया। जब हम इसके लिए काम कर रहे थे उन्होंने रोड़े अटकाए। लेकिन उन्हें पता नहीं था कि यह मोदी है। हमने उन वीआईपी से 2 हजार बंगले खाली कराए और दिल्ली के 40 लाख गरीब और मध्यम वर्ग के लोगां को उनके घरों का मालिक बनने का हक दिया। उन्हें उनके वीआईपी मुबारक हों, मेरे वीआईपी तो आप लोग हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीटीसी बसों के मामले में भी दिल्ली की केजरीवाल सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों के नाम पर राजनीति करने वाले ना तो आपकी समस्याएं समझे हैं ना दूर करने का इरादा है। उन्होंने दिल्ली की बसों की क्या हालत कर दी है। वह दिल्ली के लोग रोजमर्रा की जिंदगी में देखते हैं। दफ्तर और घरों तक आने-जाने में लोगों को कम से कम परेशानी हो इसके लिए हम निरंतर काम किया है। सड़कों पर काम करने के साथ दिल्ली के चारों ओर पेरिफेरल एक्सप्रेस वे का निर्माण किया है। इसकी वजह से रोजाना 30-40 हजार ट्रक दिल्ली के बाहर से निकल जाते हैं। इससे दिल्ली में ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्या कम हुई है। दिल्ली में सैकड़ों नए सीएनजी स्टेशन लगाए गए हैं। उद्योगों को पीएनजी से जोड़ा गया है। पराली की समस्या पर भी आस पास के राज्यों के साथ काम किया है। बता दें कि हाल ही में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में महिलाओं के लिए डीटीसी में मुफ्त यात्रा की योजना शुरू की है।
पीने के पानी की है सबसे बड़ी समस्याः
पीएम ने कहा कि राजधानी दिल्ली में सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की है। उनहोंने लोगों से पूछा कि क्या आप सरकार की बातों से सहमत है। उनकी मानें तो दिल्ली में बिसलेरी जैसा पानी मिलता है। क्या आपको साफ पानी मिलता है? आपको बीमारी का डर लगता है कि नहीं। केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि वह आपको भी झूठा बता रहे हैं। क्या आप झूठे और बेईमान हैं? यह देश के नागरिकों पर कैसा आरोप लगा रहे हैं। मोदी ने दावा किया कि गंदे पानी की वजह से देश में सबसे ज्यादा दिल्ली में वाटर प्यूरिफायर बिक रहे हैं। जो लोग प्यूरीफायर नहीं खरीद सकते उन्हें 40-50 रुपये में पानी की बोतल खरीदनी पड़ रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहरी नक्सली का मुद्दा एक बार फिर उठाया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेताओं पर पहले भी लग चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा कि शहरों में रहने वाले कुछ अर्बन नक्सली सीएए पर झूठ फैला रहे हैं। वह मुसलमानों में भ्रम फैला रहे हैं कि सीएए और एनआरसी से देश के सभी मुसलमानों को देश से निकाला जाएगा, या उन्हें निगरानी केंद्रों में कैद करके रखा जाएगा।
1700 कालोनियों की तय की गई सीमाएंः
पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली की अनियमित कालोनियों को नियमित करने का काम स्थानीय सरकार द्वारा लगातार टाला जा रहा था। वह लोग कलोंनियों से जुड़ी छोटी-छोटी जानकारियां जुटाने और सीमाएं तय करने के लिए 2021 तक का समय मांग रहे थे। मैंने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा। इसके चलते हमने इस साल मार्च में यह काम खुद अपने हाथ में लिया था। हमने अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में प्रक्रिया पूरी कर ली। संसद के दोनों सदनों में बिल पास कराया जा चुका है। मोदी ने कहा कि दिल्ली की 1700 कालोनियों की सीमाएं तय की जा चुकी हैं। 1200 से ज्यादा कलोनियों के नक्शे पोर्टल पर डाले जा चुके हैं। समस्याओं को लटकाकर रखना हमारी आदत नहीं है।
भारी सुरक्षा, हेलिकॉप्टर से निगरानीः
रविवार को रामलीला मैदान में आयोजित रैली के लिए बड़े स्तर पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक अर्द्धसैनिक बलों की 20 कंपनियों को सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किया गया था। हर कंपनी में 70 से 80 जवान होते हैं। सुरक्षा में उपायुक्त स्तर के 20 पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। दिल्ली पुलिस के एक हजार जवान, ड्रोन रोधी टीम और एनएसजी कमांडो भी सुरक्षा में तैनात किए गए थे। रैली स्थल की निगरानी हेलिकॉप्टर के द्वारा की गई।