8 को होगी MCD की बैठक, सबसे बड़ा सवालः क्या हो पायेगी स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के चुनाव की घोषणा?

-दो घंटे तक चलता रहा बैठक को रद्द करने का नाटकीय घटनाक्रम
-अंत में पौने आठ बजे तय हुआ कि गुरूवार को होगी सदन की बैठक

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 7 जून।
दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Courts) ने भले ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पक्ष में फैसला सुनाते हुए दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) की स्टेंडिंग कमेटी (Standing Committee) के लिए सदन से चुने जाने वाले 6 सदस्यों के चुनाव मान्यता दे दी हा, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या गुरूवार को होने वाली एमसीडी के सदन की बैठक में 6 सदस्यों के चुनाव के नतीजों की घोषणा हो पायेगी? खास बात है कि इस बैठक को रद्द करने के लिए बुधवार की सांय करीब दो घंटे तक नाटकीय घटनाक्रम चलता रहा। कुछ निगम पार्षदों को बैठक रद्द किये जाने के फोन भी कर दिये गये। लेकिन बाद में करीब पौने आठ बजे मेयर शैली ओबरॉय ने इस बैठक को गुरूवार को ही किये जाने का फैसला लिया। इससे पहले बुधवार को सांय करीब पौने 6 बजे मेयर ने इस बैठक को स्थगित किये जाने के आदेश दे दिये थे।
बता दें कि निगम सचिव कार्यालय (Municipal Secretary Office) की ओर से जारी किये गये एजेंडे मे जून माह की साधारण मासिक बैठक और अप्रैल माह की स्थगित बैठक बैठक क्रमशः अपरान्ह 2 बजे और 2ः30 बजे का समय रखा गया है। एजेंडे में स्टेंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के चुनाव से संबंधित नतीजों की घोषणा का जिक्र नहीं किया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि स्टेंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के चुनाव के नतीजों की घोषणा अभी और टल सकती है।
गौरतलब है कि इस वर्ष पहली बार मेयर के चुनाव के दिन ही स्टेंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों का चुनाव हुआ था। चुनाव कार्यालय से आये पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी (AAP)और भारतीय जनता पार्टी के 3-3 सदस्यों को चुनाव हुआ घोषित किया था। लेकिन मेयर शैली ओबरॉय ने एक वोट को अनवैलिड बताते हुए दोबारा चुनाव कराने की घोषणा की थी।
मेयर के इस निर्णय के विरूद्ध भारतीय जनता पार्टी के दो निगम पार्षदों ने दिल्ली हाई कोर्ट में गुहार लगाई थी। बीजेपी पार्षदों ने अपनी याचिका मे ंकहा था कि मेयर का निर्णय गलत है और बीजेपी के तीन निगम पार्षद सदस्य के रूप में चुने गये हैं। बीजेपी पार्षदों के इस दावे पर पिछले दिनों दिल्ली हाई कोर्ट ने भी अपनी मुहर लगा दी थी और मेयर शैली ओबरॉय की कार्यप्रणाली पर तल्ख टिप्पणी करते हुए आदेश जारी किया था कि बीजेपी और आप के तीन-तीन सदस्यों को चुना हुआ घोषित करते हुए नतीजे घोषित किये जायें।
रणनीति के तहत टल सकते हैं चुनावी नतीजे
हाई कोर्ट के फैसले के बाद गुरूवार को नगर निगम (MCD) के सदन की पहली बैठक होनी है। सामान्य तौर पर मेयर द्वारा इस बैठक में स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के लिए हुए चुनाव के नतीजों की घोषण कर दी जानी चाहिए। लेकिन बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी एक रणनीति के तहत सदस्यों के चुनाव के नतीजों की घोषणा को अभी टालना चाहती है। माना जा रहा है कि यदि यह 6 सदस्य चुने हुए घोषित कर दिये जाते हैं तो आप के ऊपर वार्ड समितियों (जोन) के चुनाव कराये जाने का दबाव बढ़ जायेगा। फिलहाल आप 4 जोन और बीजेपी 8 जोन में मजबूत दिखाई दे रही है। ऐसे में आप की कोशिश है कि हर हालत में वार्ड समितियों के चुनावों को तब तक रोका जाये, जब तक कि एल्डरमैन पार्षदों के संबंध में आम आदमी पार्टी की याचिका के ऊपर सुप्रीम कोर्ट का कोई आदेश नहीं आजाये। बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर ली है और छुट्टियो के बाद जुलाई महीने में फैसला सुनाया जा सकता है।