लॉकडाउन-2ः सुधरे तो 20 अप्रैल से मिलेगी राहत

-सख्त नियमों के साथ बिताना होगा यह सप्ताह
-बुधवार को पता चलेगा, किसको मिली राहत

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
देशभर में कोरोना वॉरियर्स पर होने वाले हमलों और दुर्व्यवहार के चलते मोदी सरकार सख्त हो गई है। तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों और हॉटस्पॉट्स की संख्या को देखते हुए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की सीमा को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार 14 अप्रैल को अपने संबोधन में कहा कि 18 दिन के दूसरे चरण के लॉकडाउन में 20 अप्रैल के बाद कुछ छूट दी जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों के सामने शर्त रखी कि यदि लोग इस एक सप्ताह लॉकडाउन का पालन पहले से भी ज्यादा सख्ती के साथ करते हैं और कोरोना के हॉटस्पॉट्स व नए मरीजों की संख्या में कमी आती है तो उन्हें 20 अप्रैल से लॉकडाउन की शर्तों में कुछ ढील दी जा सकती है। प्रधानमंत्री ने अपील की कि लोग डॉक्टर्स, नर्सेस, सफाईकर्मियों, पुलिसकर्मियों और कारोना की ड्यूटी पर लगे वॉरियर्स का सम्मान करें।
माना जा रहा था कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में लॉकडाउन बढ़ाने के साथ लोगों को कुछ छूट भी दे सकते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री ने लोगों के सामने नई शर्त रखकर एक चुनौती पेश की है। उन्होंने तारीफ की कि लोग घरों में रहकर लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। लेकिन एक सप्ताह पहले से ज्यादा सख्ती का पालन करना होगा। ताकि कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या पर काबू पाया जा सके।
बुधवार को जारी होने वाले निर्देशों में कुछ ढील की उम्मीद
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में लोगों के लिए कुछ ढील की उम्मीद जगाई है। उन्होंने कहा कि हमें उन लोगों के कामकाज की चिंता है जो लोग रोजाना कमाते-खाते हैं। बुधवार को 15 से 3 मई तक रहने वाले लॉकडाउन के बारे में विस्त्रित दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे। माना जा रहा है कि इन दिशानिर्देशों में दैनिक मजदूरी करने वालों और अपनी सेवाएं देने वालों को बुधवार को कुछ राहत मिल सकती है।
तबलीगियों ने बढ़ाई लोगों की परेशानी
दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज से निकले तबलीगी जमात के लोगों ने देशभर के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बीते करीब 10 दिनों में तबलीगी जमात से जुड़े लोगों से संबंधित कोरोना के मामले ज्यादा आए हैं। तबलीगियों की वजह से कई राज्यों के कई इलाके कोरोना के हॉटस्पॉट बन गए हैं। कई इलाकों में तबलीगी जमात के कोरोना के मरीजों की संख्या कुल मरीजों के 50 फीसदी से भी ज्यादा पहुंच गई है। इसके चलते लॉकडाउन में सख्ती करनी पड़ रही है।
अब भी सामने नहीं आए पूरे तबलीगी
निजामुद्दीन के मरकज से निकलकर देशभर में फैले तबलीगी जमात के बहुत से मौलाना और दूसरे लोग अब भी सामने नहीं आ रहे हैं। राज्य सरकारों को इसके चलते इनके खिलाफ ईनाम तक घोषित करना पड़ा है। माना जा रहा है कि अलग अलग मस्जिदों, मदरसों और दूसरे स्थानों पर छिले इन तबलीगियों की वजह से कोरोना के कुछ और मामले सामने आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि इसी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के दौरान कोई ढील नहीं दी है।