-1.70 लाख लोगों को किया स्थानांतरित
-आया 60 साल का सबसे भीषण तूफान
भीषण तूफान ‘हेजिबीस’ की आहट से जापान के लोग सहम गए हैं। इस भीषण तूफान हेजिबीस ने शनिवार को जापान में भारी तबाही मचाई। माना जा रहा है कि जापान में आने वाला 6 दशक का यह सबसे खतरनाक तूफान है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद इसके बचाव के लिए कदम उठाए गए हैं। इसके बावजूद शनिवार को एक शख्स की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। खबर लिखे जाने तक 11 लोगों की मौत का आंकड़ा सामने आया है। तूफान के चलते 17 लोग लापता बताए जा रहे हैं। तूफान से जापान में भारी नुकसान हुआ है। बता दें कि तूफान के चलते 1 लाख 70 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। भीषण तूफान के भय से जापान में रेलवे स्टेशन बंद हो गए हैं और सड़कें सुनसान पड़ी हैं। लोग अपने घरों में घुस गए है और बाहर नहीं निकल रहे। जापान के मौसम विभाग का कहना है कि तूफान के दौरान शनिवार की शाम को 144 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं।
तूफान के आने से पहले ही मौसम विभाग ने जापान सरकार को अलट कर दिया था। इसके चलते अधिकारियों ने लोगों के लिए आपदा का सर्वोच्च स्तर जारी कर दिया गया था। सरकारी अधिकारियों की ओर से अभूतपूर्व बारिश की चेतावनी दी गई थी। जापान सरकार ने लाखों लोगों को सुरक्षित जगह जाने की सलाह दी है। बता दें कि भीषण बाढ़ और भूस्खलन की कई घटनाओं की सूचनाएं आ रही हैं। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। नदी के आसपास रहने वालों को कहा गया है कि वह घरों की दूसरी मंजिल पर रहें। हेजिबीस तूफान से पहले जापान के समंदर में भूकंप आया था। इस भूकंप की तीव्रता 5.7 मापी गई थी। हालांकि भूकंप का केंद्र बहुत नीचे होने की वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ।
बताया जा रहा है कि हेजिबीस तूफान आने से पहले तेज बारिश हुई है। इसके चलते रग्बी विश्व कप के दो मैच रद्द कर दिए गए हैं। तूफान के कारण जापानी ग्रैंड प्रिक्स में देरी हुई है। साथ ही तोक्यो क्षेत्र में सभी उड़ानें बंद करनी पड़ीं। जापान के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार हेजिबीस तूफान ने स्थानीय समय के अनुसार शाम करीब सात बजे मुख्य होंशू द्वीप पर दस्तक दी। इसके बाद यह तोक्यो से दक्षिण पश्चिम होते हुए एक प्रायद्वीप इजू की ओर मुड़ गया। यह भी बताया जा रहा है कि अब तूफान कमजोर पड़ गया है। फिर भी इसकी रफ्तार करीब 216 किलोमीटर प्रति घंटा की है। बता दें कि ‘हेजिबीस’ का मतलब तागालोग भाषा में ‘गति’ या तेजी होता है। यही कारण है कि इस भीषण तूफान को हेजिबीस का नाम दिया गया है।
उठा बवंडर, हुई मौतः
तूफान के दौरान तेज हवाओं के बीच कई जगह बवंडर उठे। जापान के समुद्र तट पर दस्तक देने से पहले ही तूफान की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। पूर्वी तोक्यो के चिबा इालाके में तूफान के चलते एक कार पलट गई। इस दुर्घटना में कार के ड्राइवर की मौत हो गई। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि भीषण बारिश हो रही है, इसी कारण शहरों और गांवों के लिए आपात चेतावनी जारी की गई है।
हेजिबीस तूफान के चलते जापान में लोगों को नदियों और समंदर के किनारे न जाने की चेतावनी दी गई थी। तूफान के चलते समंदर में ऊंची लहरें देखी गईं। समंदर के पानी में कारें भी तैरती नजर आईं। अधिकारियों ने निशिकावा नदी से कई लोगों को बचाया है। नदियों के पानी में भारी उफान भी देखने को मिला।
1958 में दिखा था तबाही का मंजरः
जापान में आए तूफान के बाद राहत एवं बचाव कार्य के लिए 17000 जवानों को तैनात किया गया है। कई टीवी चैनल्स में दिखाई गई फुटेज में लोगों की चप्पलें और बर्तन हवा में उड़ते नजर आए। इस दौरान ओसाका और तोक्यो के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन कैंसल कर दी गई। बता दें कि 1958 में भी तोक्यों में ऐसा ही भीषण तूफान आया था, जिसमें करीब 1200 लोगों की मृत्यु हो गई थी।