-सिरसा ने की मुख्यमंत्री खट्टर से मुलाकात, लिया मतदाता सूची से नाम हटाने का निर्णय
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली, 19 अक्टूबरः, 2023।
सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGMC) के चुनाव को लेकर हरियाणा (Haryana) में सिख सियासत (Sikh Politics) गरमा गई है। बड़ी बात यह है कि सिरसा डेरा समर्थक (Sirsa Dera) और निरंकारी (Nirankari) इस चुनाव में वोट नहीं डाल सकेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Haryana CM Manohar Lal Khaattar) ने आदेश दिया है कि सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की मतदाता सूची से डेरा प्रेमियों और निरंकारियों के नाम हटाये जायें।
दरअसल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) के साथ दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव जगदीप सिंह काहलों के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनावों में निरंकारियों और डेरा सिरसा प्रेमियों के वोट बनने के मामले को उठाया है। जिसके समाधान के लिए मुख्यमंत्री द्वारा तुरंत आदेश जारी कर दिए गए हैं।
दरअसल हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव के लिए बनाई जा रही वोटों के मसले को सिख नेताओं ने उठाया जिसमें निरंकारियों व डेरा प्रेमियों की भी वोट बनाई गई हैं। अब मतदाता सूची में नाम शामिल करने के फॉर्म में भी संशोधन कर यह धारा जोड़ दी गई है कि जो व्यक्ति वोट डालने के लिए आवेदन करेगा, उसे लिखित में देना होगा कि वह श्री गुरु ग्रंथ साहिब में विश्वास करने वाला सिख है तथा श्री गुरु ग्रंथ साहिब को अपना गुरु मानता है।
सिरसा एवं कालका ने बताया कि यह एक बड़ा फैसला है जिसके लिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हमेशा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की आभारी रहेगी, विशुद्ध रूप से सिख वोट बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण फैसला है। दरअसल यह मुद्दा श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार और तख्त श्री दमदमा साहिब के मौजूदा जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा सामने लाया गया था जिन्होंने बताया था कि किस प्रकार निरंकारियों और डेरा सिरसा प्रेमियों की वोट बनाई जा रही है। अब दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आपत्ति के बाद यह मुद्दा स्थाई तौर पर हल हो गया है।