-बच्चों को बताया जलियांवाला बाग का इतिहास, दी क्रांतिकारियों के बलिदान की जानकारी
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 07 मई।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत की जोरदार करवाई के बाद बुधवार को दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर श्यामसुंदर अग्रवाल ने तेलीवाड़ा शाहदरा अंध विद्यालय के बच्चो को अमृतसर के जलियांवाला बाग व स्वर्ण मंदिर के दर्शन करवाए। इस दौरान उन्होंने भारतीय सेना के शौर्य के बारे में बच्चों को बताया और जलियांवाला बाग में निहत्थे मासूम लोगों पर जनरल डायर द्वारा चवाई गई गोली से जुड़ी घटनाओं की जानकारी दी। पूर्व महापौर ने इस दौरान देश की आजादी के लिए शहीद हुए एवं फांसी पर चढ़े लोगों की जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को बताया की किस प्रकार शहीद भगत सिंह राजगुरु, सुखदेव, शहीद उधम सिंह, और चंद्रशेखर आजाद और करतार सिंह सराभा ने देश को आजादी दिलाने के लिए अपनी प्राणों की आहुति दे दी। श्यामसुंदर अग्रवाल ने बच्चों को बताया की किस प्रकार शहीद उधम सिंह ने जनरल डायर की हत्या हत्या करके जलियांवाला कांड का बदला लिया। उन्होंने बच्चों देश के लिए बलिदान होने वाले अन्य क्रांतिकारियों के बारे में भी जानकारी दी। वहीं बच्चों ने जलियांवाला बाग देख कर बच्चों में उत्साह भर गया और उन्होंने भी पूर्व महापौर से इससे जुड़ी घटनाओं की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इसके बाद बच्चों ने स्वर्ण मंदिर में जाकर माथा टेका,इस दौरान श्याम सुन्दर अग्रवाल ने सरोवर के पवित्र जल से बच्चों की आंखें धोते हुए वाहेगुरु से आंखें ठीक होने की दुआ मांगी। इसके बाद बच्चों ने कहा कि हम भी ठीक होकर सेना मै भर्ती होंगे और देश की सुरक्षा के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे।
बच्चों ने अटारी-वाघा बॉर्डर पर देखी बीएसएफ की परेड
मंगलवार को ये आंशिक रूप से नेत्रहीन बच्चे श्याम सुंदर अग्रवाल के नेतृत्व में हवाई जहाज से यात्रा करके दिल्ली से अमृतसर पहुंचे। पहली बार हवाई यात्रा करके बच्चे काफी खुश दिखाई दिए। फिर बच्चो ने बाघा-अटारी बार्डर पर सीमा सुरक्षा बल (बल) के जवानों द्वारा की गई परेड देखीस यहां बड़ी संख्या मै मौजूद लोगों ने भारत माता एवं हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाकर पूरे मौहल में जान डाल दी स इसके बाद बच्चों ने बीएसएफ के अटारी कमांडेंट प्रदीप सिंह व अन्य बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात की। इन बच्चों को परेड दिखाने के लिए बीएसएफ कमांडेंट प्रदीप सिंह ने श्याम सुंदर अग्रवाल की प्रशंसा की और उन्हे आगे भी ऐसे कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान बीएसएफ के अधिकारी सुरेन्द्र शर्मा, श्याम सुन्दर अग्रवाल की सहयोगी कंचन शर्मा एवं प्रवेश सिंघल भी मौजूद रहे।