लॉकडाउन में खुलेंगी खेती से जुड़ी मशीनों, स्पेयर पार्ट्स की दुकानें

-सरकार का फैसला, राजमार्गों पर खुली रहेंगी ट्रक मरम्मत की दुकानें
-खेतों में फसलों की कटाई और बुवाई को देखतु हुए लिया गया फैसला

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
मोदी सरकार ने फसल के सीजन को देखते हुए किसानों के हित में फैसला किया है। एक ओर फसल कटने के लिए तैयार है और हार्वेस्टिंग होनी है। दूसरी ओर नए बुवाई सीजन की तैयारियां करनी हैं। लॉकडाउन के दौरान सप्लाई की चेन भी बिगड़ रही है। कारण है कि जरूरी वस्तुएं लाने-लेजाने में ट्रक वालों को भी तमाम परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। मोदी सरकार ने फैसला किया है कि खेती-किसानी से जुड़ी मशीनों, स्पेयर पार्ट्स और मरम्मत की दुकानें खुली रहेंगी। इसके साथ ही हाईवेज पर मौजूद ट्रकों की मरम्मत से जुड़ी दुकानें और वर्कशॉप भी खुले रहेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन से छूट वाली सेवाओं की सूची को बढ़ा दिया है। अब खेती से जुड़ी मशीनों, उनके स्पेयर पार्ट्स (सप्लाई चेन समेत) और रिपेयरिंग से जुड़ी दुकानें लॉकडॉउन के दौरान भी खुली रहेंगी। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को फिर से खत लिखकर खेती-किसानी से जुड़ी गतिविधियों को लॉकडॉउन से छूट सुनिश्चित करने को कहा है।
फसल के सीजन के देखते हुए गृह सचिव ने 27 मार्च को ही सभी राज्यों से कहा था कि खेती से जुड़ी गतिविधियां लॉकडाउन से प्रभावित नहीं होनी चाहिए। 3 अप्रैल को उन्होंने राज्यों को फिर से खत लिखा है। क्योंकि कई राज्यों से ऐसी शिकायतें आ रही थीं कि जमीनी स्तर पर लॉकडाउन से यह छूट नहीं दी रही है। खेती के कामों में जुटे किसानों, कृषि मजदूरों, कृषि मंडियों, फसल और बुवाई से जुड़ी मशीनों आदि के संचालन को लॉकडाउन से पहले ही छूट के निर्देश दिए जा चुके हैं।
चाय उद्योग को भी राहत
गृह मंत्रालय ने राजमार्गों पर स्थित ट्रकों की मरम्मत की दुकानों, कृषि कार्य में उपयोग होने वाली मशीनरी और उपकरणों की दुकानों को खोलने की छूटदी है। इसके साथ ही चाय उद्योग और बागानों को भी लॉकडाउन से छूट दी गई है। लेकिन चाय बागानों के लिए यह शर्त लगाई गई है कि बागानों में 50 से ज्यादा वर्कर काम नहीं करेंगे।
हाईवेज अथॉरिटी करेगी ड्राईवरों के खाने का इंतजाम
लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामानों की किल्लत न हो, इसके लिए उनकी निर्बाध सप्लाई जरूरी है। इसके लिए ट्रकों और मालवाहक वाहनों को आवाजाही से छूट दी गई है। लेकिन हाइवेज के किनारे के रेस्टोरेंट व ढाबों को बंद रखा गया है। ट्रक ड्राइवरों को भोजन-पानी मिलने में भी परेशानी हो रही है। जगह-जगह सैकड़ों ट्रक ड्राइवर फंसे हुए हैं। लेकिन अब नैशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया जगह-जगह टोल प्लाजाओं पर ऐसे ड्राइवरों के खाने, पीने की व्यवस्था करेगा।