-पार्षदों की शपथ के पश्चात केजरीवाल व सिसोदिया के खिलाफ लगे जमकर नारे
-AAP पार्षदों ने मेयर के चुनाव के लिए पूरे दिन बरता संयम
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली: 24 जनवरी, 2023।
दिल्ली के मेयर का चुनाव एक बार फिर टल गया। पार्षदों की शपथ के बाद पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने दो बार बैठक स्थगित की और इसके पश्चात सदन की बैठक को अगली बैठक तक के लिए स्थगित कर दिया। अब फिर से उपराज्यपाल मेयर के चुनाव की तारीख तय करेंगे और उसी तारीख पर ये चुनाव कराया जा सकेगा।
इससे पहले नगर निगम के पार्षदों की शपथ के दौरान मंगलवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों ने पूरे दिन संयम बरता। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के निगम पार्षद शपथ के दौरान व शपथ के बाद लगातार आप पार्षदों को हंगामे के लिए उकसाते रहे। लेकिन आप पार्षदों ने हंगामे में शामिल होने से दूरी बनाए रखी।
मंगलवार को निगम के हेड क्वार्टर सिविक सेन्टर में पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने पहले नॉमिनेटेड पार्षदों को शपथ दिलाई गई और इसके पश्चात सभी चुने हुए पार्षदों को उनके वार्ड नंबर के अनुसार शपथ दिलाई गई। इस दौरान बीजेपी के निगम पार्षद बीच- बीच में आप पार्षदों की उकसाने के लिए ‘जय श्री राम’ के नारों के साथ बीजेपी और ‘नरेंद्र मोदी जिंदाबाद’ के बारे लगाते रहे।
करीब 2:15 बजे जैसे ही सभी निगम पार्षदों की शपथ ग्रहण का काम पूरा हुआ तो बीजेपी पार्षदों ने आप नेताओं के खिलाफ सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। बीजेपी पार्षदों ने आप पार्षदों को चिढाने के लिए “पी गए दारू कहा गए माल-मनीष सिसोदिया केजरीवाल” और “गली गली में शोर है- केजरीवाल चोर है” के नारे लगाने शुरू कर दिए। लेकिन आम आदमी पार्टी के पार्षद पहले से तय रणनीति के तहत बीजेपी के उकसावे में नहीं आये और लगातार चुप्पी साधे रहे।
गौरतलब है कि पहले 6 जनवरी को पार्षदों की शपथ के बाद मेयर का चुनाव होना था, लेकिन आप-बीजेपी पार्षदों के हंगामे की वजह से बैठक की रद्द करना पड़ा था। जिसकी वजह से आम आदमी पार्टी का मेयर नहीं चुना जा सका था। मंगलवार को आप पार्षद पहले से ही तय करके आये थे कि वो हंगामे में शामिल नहीं होंगे, ताकि उनका मेयर चुना जा सके। लेकिन एक बार फिर आम आदमी पार्टी अपना मेयर नही चुनवा सकी।