-चेरियॉट प्रोडक्शंस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राजेश जोशी की रिमांड 13 फरवरी तक
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 11 फरवरी, 2023।
दिल्ली के आबकारी घोटाले की आंच पंजाब के रास्ते दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश और तेलंगाना तक पहुंच गई है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने यहां से वाईएसआरसीपी (YSRCP) के सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे राघव मगुंटा को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी को इस मामले में कई और नाम भी मिले हैं।
इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए एक विज्ञापन कंपनी के निदेशक को ईडी की हिरासत में भेजा था। दावा किया जा रहा है कि इसी विज्ञापन कंपनी के निदेशक के जरिए ईडी राघव मगुंटा तक पहुंची है।
बता दें कि इस कंपनी के निदेशक ने 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान कथित तौर पर आम आदमी पार्टी (AAP) का प्रचार अभियान चलाया था। मामले के तार जुड़ने पर ईडी (ED) ने चेरियॉट प्रोडक्शंस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राजेश जोशी को विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल के समक्ष पेश किया। जहां से आरोपी को 13 फरवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जोशी को बुधवार को गिरफ्तार किया था।
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तारी
ईडी सूत्रों के मुताबिक दिल्ली आबकारी नीति मामले के तार सीधे तौर पर दिल्ली के आप नेताओं के साथ पंजाब होते हुए तेलंगाना की वाईएसआरसीपी नेताओं से जुड़ रहे हैं। इस मामले में कथित अनियमितता और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत ओंगोले मगुंटा से लोकसभा सांसद श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे राघव मगुंटा को गिरफ्तार किया है। एजेंसी के मुताबिक बीते एक सप्ताह के अंदर इस मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है। ईडी जल्द ही राघव को स्थानीय अदालत में पेश करेगी। जहां से रिमांड पर लेकर मामले में आगे की पूछताछ की जाएगी।
पंजाब से भी जुड़े तार पूर्व विधायक का बेटा पहले से गिरफ्तार
इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बीते सप्ताह पंजाब में भी दबिश देकर यहां के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के बेटे गौतम मल्होत्रा को गिरफ्तार किया था। इसी के साथ ईडी ने चेरियाट प्रोडक्शंस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक राजेश जोशी को भी गिरफ्तार किया था। कोर्ट में दाखिल आरोप पत्र के मुताबिक शराब खुदरा विक्रेताओं, थोक विक्रेताओं और निर्माताओं का ‘साउथ ग्रुप’ है। इस ग्रुप का एक कार्टेल आबकारी नीति के हिस्से के रूप में है।
मांगी थी दस दिन की रिमांड
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजेश जोशी को अदालत में पेशकर उनकी दस दिन की हिरासत की मांग की थी। कहा था कि बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए मामले में अन्य आरोपियों के साथ उनका आमना-सामना कराने की जरूरत है। ईडी ने कहा कि रिश्वत के पैसे 2022 में हुए गोवा विधानसभा चुनाव के लिए कथित तौर पर इस्तेमाल किए जाने को लेकर विज्ञापन कंपनी के निदेशक एजेंसी की जांच के दायरे में हैं।