-माफी काफ़ी नहीं, इस्तीफा दें नीतीश कुमारः वीरेन्द्र सचदेवा
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली 9 नवंबर।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के शर्मनाक बयान के खिलाफ़ और उनके इस्तीफा की मांग को लेकर गुरूवार को दिल्ली के जंतर मंतर स्थित जेडीयू कार्यालय (JDU Office) के सामने दिल्ली बीजेपी (Delhi BJP) अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में बीजेपी पूर्वांचल मोर्चा कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और नीतीश कुमार का पुतला दहन किया।
इस मौके पर प्रदर्शन सभा को दिल्ली भाजपा के महामंत्री हर्ष मल्होत्रा और पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष नीरज तिवारी ने भी संबोधित करते हुए नीतीश कुमार से इस्तीफा की मांग की। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि एक तरफ प्रघान मंत्री जी नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित करवा कर भारत की महिला शक्ति का गौरव बढ़ा रहें हैं वहीं दूसरी ओर घमंडिया गठबंधन के महत्वपूर्ण नेता लोकतंत्र के मंदिर में माताओं बहनों का अपमान कर रहे हैं।
सचदेवा ने कहा इतने बड़े घृणित बयान के लिए सिर्फ़ माफी मांगने के नाटक से महिलाओं के अपमान की भरपाई करना संभव नहीं है। भाजपा देश के हर घर परिवार को इनके भद्दे चेहरे से अवगत कराएगी और नीतीश कुमार के इस्तीफा देने तक संघर्ष जारी रहेगा। महिलाओं का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान, नीतीश कुमार शर्म करो जेसे नारों के बीच भाजपा पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष नीरज तिवारी ने कहा कि जिस समय हमारी माताएं बहनें छठ पर्व की पावन तैयारी में लगी हुई हैं ऐसे समय में पवित्र सदन में महिलाओं के अपमान से हर भारतीय शर्मसार हो गया है।
उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्य मंत्री राबड़ी देवी को ललकारते हुए कहा कि माता बहनों के लिए थोड़ा भी सम्मान बचा हुआ है तो अविलंब सरकार से समर्थन वापस ले। उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति जी, महामहिम राज्यपाल जी से मांग किया कि जल्द से जल्द बिहार सरकार को बर्खास्त किया जाए। नारी शक्ति के सम्मान में भाजपा इस आंदोलन को जन जन तक ले जाएगी।
पुतला दहन के दौरान पुलिस द्वारा अवरोध पैदा करने के दौरान पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष नीरज तिवारी सहित अनेकों लोग चोट लगने से घायल भी हो गए। प्रदर्शन में भाजपा पूर्वान्चल मोर्चा महामंत्री संतोष ओझा, उपाध्यक्ष अनिल उपाध्याय, अरूण प्रघान, मोर्चा मीडिया प्रभारी संजय तिवारी, पार्षद नीलू सिंह, सुमन शर्मा, रेखा सिन्हा, संजीव सिंह सहित हजारों की संख्या में महिला और पुरुष शामिल हुए।