चोरों का सरदार है गांधी परिवारः मनोज तिवारी

राफेल पर भाजपा का पलटवार

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली

राफेल डील को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भाजपा नेता कांग्रेस नेताओं पर आक्रामक हो गए हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने शनिवार को कहा कि 2007 से 2014 तक देश की सुरक्षा जरूरतों को नजरअंदाज कर कांग्रेस ने राफेल सौदे जैसे कई मामलों को लटका कर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। राहुल गाँधी, अरविन्द केजरीवाल और अजय माकन जैसे राजनेताओं ने राफेल जैसे मुद्दों पर देश की जनता के सामने जो झूठ और भ्रम फैलाने की कोशिश की है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें आइना दिखाया है, इसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा राफेल सौदे में किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका को निराधार बताये जाने के फैसले का दिल्ली भाजपा स्वागत करती है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से यह साबित हो गया है कि देश का चैकीदार प्योर है और प्रधानमंत्री को चोर बोलने वाले लोगों को प्रधानमंत्री और देश से माफी मांगनी चाहिए।

झूठे हैं राहुल गांधीः तिवारी
तिवारी ने राजनीतिक फायदे के लिए देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले, देश में झूठ और भ्रम फैलाने की राजनीती करने वाले, देश को नीचा दिखाने और प्रधानमंत्री का अपमान करने वालों पर जमकर हमला बोला। मनोज तिवारी ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि सत्य कभी नहीं छुपता, झूठ को जितनी बार भी दोहराया जाये वो सत्य को परिवर्तित नहीं कर सकता। सत्यमेव जयते अर्थात सत्य की सदा जीत होती है और इस फैसले से झूठ फैलाने वाले लोगों का पर्दाफाश हुआ है। उन्होंने कहा कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा तत्काल राजनीतिक फायदे के लिए देश की जनता को गुमराह करने का षड्यंत्र रचा साथ ही देश की सेना और प्रधानमंत्री का अपमान भी किया है। हम इसकी भत्र्सना करते हुए यही कहना चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने यह सिद्ध कर दिया है कि हजारों बार बोला गया झूठ कभी सत्य को परिवर्तित नहीं कर सकता जीत हमेशा सत्य की होती है। उन्होंने कहा कि यह फैसला झूठे आरोप लगाने वालो की राजनीति पर एक तमाचा है।

डाली गई थीं चार याचिकाएं
मनोज तिवारी ने आगे कहा कि कांग्रेस की ही बी टीमों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में मुख्य्तः 4 अलग-अलग याचिकाएं डाली गई थी। इसमें मुख्यतः 3 आरोप लगाए गए थे जो निर्णय प्रक्रिया, डील की कीमत और ओफ्सेट पार्टनर के चुनाव को लेकर लगाए गए थे। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए फैसला दिया कि इसमें संदेह और जांच की कोई जरुरत नहीं है। कोर्ट ने इस प्रक्रिया की पूरी जांच कर खरीद प्रक्रिया को चुनौती देने वाली मांगों को भी ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने एयरक्राफ्ट की क्वालिटी और रिक्वॉयरमेंट पर भी साफ किया है कि इसमें संदेह का कोई कारण नजर नहीं आता। कोर्ट ने यह भी कहा कि जब पड़ौसी देशों की वायुसेना चैथे और पांचवे जनरेशन के एयरक्राफ्ट से सुसज्जित हो तो भारत के लिए राफेल की खरीद में देरी देशहित में नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जहाँ तक प्राइसिंग का सवाल है जैसा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी और उनकी सहयोगी पार्टियां सवाल उठा रही थी उसमें भी माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने साफ कर दिया है कि उन्होंने डिटेल में इसका अध्ययन किया है और सम्बंधित अधिकारीयों ने भी बताया है कि इससे देश को आर्थिक फायदा ही हुआ है। इस पर सहमति जताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस पर जांच की कोई जरुरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि जहाँ तक ऑफसेट पार्टनर चुनने का सवाल है उसमे भी सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि भारत सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस प्रक्रिया में किसी को भी आर्थिक फायदा पहुँचाने का कोई भी तथ्य सामने नहीं आया इसलिए सारे आरोप निराधार हैं और यह निरस्त किये जाते हैं। अंत में सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि मैनुफैक्चर किये गए परसेप्शन और मीडिया रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट कोई फैसला नहीं कर सकता क्योंकि इसमें कोई तथ्य नहीं हैं।
मनोज तिवारी ने कहा कि राहुल गाँधी, अरविन्द केजरीवाल और अजय माकन समेत जिन लोगों ने भी देश की जनता को गुमराह करने और राजनीतिक लाभ लेने के उद्देश्य से ये बेबुनियाद आरोप लगाए हैं और इस प्रक्रिया में देरी कर देश की सुरक्षा को खतरे में डालने का प्रयास किया है उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी द्वारा उठाये गए प्रश्नों को दोहराते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी, अरविन्द केजरीवाल और अजय माकन से कुछ सवाल पूछे हैं जिसके जवाब उन्हें देश की जनता को देने चाहिए।

शाह के सवाल

राफेल मुद्दे पर उन्होंने जो झूठे आरोप लगाए हैं उसका सोर्स ऑफ इनफार्मेशन स्पष्ट करें। किस आधार पर उन्होंने ये आरोप लगाए हैं?

– राहुल गाँधी ने किसको बचाने के लिए देश से झूठ बोला?
– 2007 से 2014 तक राफेल प्रक्रिया को क्यों लटकाये रखा?
– राफेल सौदे में किसकी कमीशन तय नहीं हो पा रही थी?
– कांग्रेस ने इस प्रक्रिया को लटका कर देश की सुरक्षा के साथ समझौता क्यों किया?
– अपने राज में कांग्रेस ने इस प्रक्रिया को 2 सरकारों के बीच का सौदा क्यों नहीं बनाया?
– राहुल गाँधी, अरविन्द केजरीवाल और अजय माकन देश की सेना और जनता से माफी कब मांगेंगे?

कांग्रेस की बी टीम है आम आदमी पार्टी

तिवारी ने यह भी कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने राफेल डील पर सवाल अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए उठाया था जबकि उसमे कोई तथ्य नहीं था। सुप्रीम कोर्ट ने उनके सभी आरोपों को झूठ सिद्ध कर दिया है। श्री तिवारी ने कहा कि राहुल गाँधी द्वारा उठाये गए सवालों की पाकिस्तान और चीन सराहना कर रहा है क्योंकि वे अपनी वायु सेना की शक्ति को बढ़ा रहे हैं और वे भारत की शक्ति को भी जानना चाहते हैं। राहुल गाँधी, अरविन्द केजरीवाल और अजय माकन जैसे नेता पाकिस्तान और चीन को भारत की शक्ति के भेद बताने का प्रयास कर रहे हैं जो देश की सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक है। तिवारी ने कहा कि सभी चोर मिलकर देश के चैकीदार को चोर-चोर बोलने लगे तो देश की जनता कभी नहीं मानेगी क्योंकि देश की जनता जानती है कि चैकीदार प्योर है। चोर-चोर की बोली वही बोलते हैं जिनके भीतर चोर होता है और यह सर्वोच्च न्यायालय ने आज सिद्ध कर दिया है।