-हिंसा की घटनाओं को कवर करने गए पत्रकारों पर हुआ हमला
-कवरेज के दौरान एक समचार चैनल के पत्रकार को लगी गोली
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) और दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा को कवर करने गए मीडियाकर्मियों पर हमले की घटनाओं की कड़ी निंदा की है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जेके न्यूज़ में काम करने वाले एक पत्रकार को कवरेज के दौरापन गोली लगी जबकि एनडीटीवी के दो पत्रकारों को हमलावरों ने पीटा। एबीपी न्यूज के पत्रकार के साथ भी बदसलूकी के साथ उन्हें कैमरा बंद करने के लिए कहा गया।
जेके न्यूज के आकाश मौजपुर इलाके में सांप्रदायिक झड़पों को कवर करते हुए एक गोली का शिकार हुए। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। एनडीटीवी के पत्रकार अरविंद गुणसेकर को उत्तर पूर्वी दिल्ली में ही हमलावरों ने पीट दिया। उनका एक दांत टूट गया है। जब अरविंद के साथी रिपोर्टर सौरभ ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो उन्हें भी मुक्का मारा गया। कवरेज के दौरान एक महिला पत्रकार को भी चोटें आई हैं। सोशल मीडिया में कई पत्रकारों ने इस बात को साझा किया है कि कैसे उन्हें घेर लिया गया और कुछ ने उनसे उनकी धार्मिक पहचान के बारे में पूछताछ की।
एनयूजे (आई) के अध्यक्ष प्रज्ञानंद चौधरी, पूर्व अध्यक्ष रास बिहारी और महासचिव शिव कुमार अग्रवाल ने देश की राजधानी में पत्रकारों पर हुए हमले पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि मीडियाकर्मियों पर हमलों की सभी घटनाओं की जांच कराई जाए और दोषी हमलावरों और दोषी पुलिस अधिकारियों को दंडित किया जाए।
दूसरी ओर दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (डीजेए) के अध्यक्ष राकेश थपलियाल, महासचिव केपी मलिक और सचिव हीरेन्द्र सिंह राठौड़ ने एक बयान में कहा है कि डीजेए देश की राजधानी में पत्रकारों के साथ हुई इन बर्बर घटनाओं की निंदा करता है। साथ ही केंद्र सरकार से मांग करता है कि वह अपने कर्तव्यों का पालन करने वाले मीडियाकर्मियों के लिए पूरी सुरक्षा मुहैया कराए। दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। मीडियाकर्मियों के कैमरे छीन लिए और तोड़ दिए गए। यह सच्चाई को दबाने के उद्देश्य से किया गया है।
डीजेए के पत्रकार नेताओं ने कहा कि रिपोर्टर्स हिंसा की घटनाओं को कवर करते समय काफी कठिन दौर से गुजर रहे होते हैं। वह इन घटनाओं की सही तस्वीर लोगों और शासन व प्रशासन के सामने रखते हैं। एनयूजे (इंडिया) और डीजेए जल्दी ही मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक बुलाएंगे। इसके साथ ही मीडियाकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री को एक ज्ञापन दिया जाएगा।