गुजरात की दोनों राज्यसभा सीटों पर भाजपा की जीत निश्चित

-गुजरात का प्रतिनिधित्व करेंगे केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर

सचिन अरोड़ा / गांधी नगर-नई दिल्ली
केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर राज्यसभा में गुजरात का प्रतिनिधित्व करेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने एस जयशंकर के औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल होने के साथ ही उन्हें गुजरात से एक राज्यसभा सीट के लिए उम्मीदवार बनाया है। जयशंकर भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी में औपचारिक रूप से शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक आश्चर्यजनक कदम के तहत पूर्व विदेश सचिव जयशंकर को अपनी सरकार में शामिल किया था और उन्हें विदेश मंत्री बनाया था।
उन्होंने 30 मई को सरकार के अन्य सदस्यों के साथ कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। गुजरात से ही राज्यसभा की दूसरी सीट के लिए भाजपा ने जुगल जी माथुर जी ठाकोर को अपना उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह और दूसरी मंत्री स्मृति ईरानी के लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दिए जाने के चलते राज्य की दोनों सीटों पर उपचुनाव हो रहा है।

दोनों सीट पर अलग अलग चुनावः
अमित शाह और स्मृति ईरानी के अलग अलग तारीख में त्याग पत्र दिए जाने के चलते चुनाव आयोग ने दोनों सीट के लिए अलग अलग चुनाव कराने की अधिसूचना जारी की है। एक साथ चुनाव कराने की कांग्रेस की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक अमित शाह को लोकसभा चुनाव जीतने का प्रमाण-पत्र 23 मई को ही मिल गया था, जबकि स्मृति ईरानी को 24 मई को मिला। इससे दोनों के चुनाव में एक दिन का अंतर हो गया। इसी आधार पर आयोग ने राज्य की दोनों सीटों को अलग-अलग माना है। लेकिन चुनाव एक ही दिन होंगे। ऐसा होने से अब दोनों सीटों पर बीजेपी को जीत मिल जाएगी। क्योंकि वहां प्रथम वरीयता वोट नए सिरे से तय होंगे। एक साथ चुनाव होते तो कांग्रेस को एक सीट मिल जाती।
गुजरात में राज्यसभा का चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवार को 61 वोट चाहिए। एक ही बैलट पर चुनाव से वोटर एक ही वोट डाल पाएगा। इस स्थिति में कांग्रेस एक सीट आसानी से निकाल लेती क्योंकि उसके पास 71 विधायक हैं। इस चुनाव में विधायकों को दो बार वोट करने का मौका मिलेगा। भाजपा के गुजरात में 100 से ज्यादा विधायक हैं।