अवैध निर्माण और कानून के उल्लंघन पर भी नहीं हो रही कार्रवाई
दिल्ली के औद्योगिक इलाकों के कारोबारी सीलिंग से परेशान हैं। पिछले छह महीनों में हजारों की संख्या में कारोबारी बेरोजगार हो गए हैं। करोड़ों का व्यापार तबाह हो चुका है। सीलिंग की ज्यादातर कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मॉनिटरिंग कमेटी की सिफारिश पर हो रही है। लेकिन दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं पर नगर निगम और मॉनिटरिंग कमेटी इतनी ज्यादा मेहरबान है कि उनके अनाधिकृत निर्माण और कानून के उल्लंघन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। भाजपा के ऐसे ही नताओं में चांदनी चौक जिला के पूर्व कोषाध्यक्ष अनिल शर्मा का नाम भी शामिल है। इस भाजपा नेता की तीन व्यावसायिक और रिहायशी संपत्तियों में बड़े स्तर पर हुए अवैध निर्माण की शिकायतें मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन तक पहुंच गई हैं। सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेता नगर निगम में अपनी सत्ता की धोंस में लगातार अवैध निर्माण करा रहे हैं और इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
होटल स्पलैश, पहाड़गंज
होटल जेपी, पहाड़गंज
संजय नगर, गुलाबी बाग
सिविल लाइंस जोन के तहत उत्तरी दिल्ली के गुलाबी बाग इलाके के संजय नगर में इस भाजपा नेता का कार्यालय है। इस संपत्ति में 12 फ्लैट हैं। यह भवन 3 प्लाट मिलाकर बनाया गया है। मॉनिटरिंग कमेटी को
नेता जी कर रहे टिकट की दावेदारी
अनिल शर्मा भाजपा से अपने लिए विधानसभा की टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। वह चांदनी चौक से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। बता दें कि उनकी पत्नी को 2017 के नगर निगम चुनाव में पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया था। लेकिन उनकी कारगुजारियों की शिकायत और पार्टी में बढ़ते विरोध के चलते बाद में टिकट काटकर दूसरी महिला नेता को दिया गया था।