भाजपा ने पहली सूची में किया 184 उम्मीदवारों का एलान
टीम एटूजेड/ नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों को पहली सूची को जारी कर दी है। गुरुवार को ठीक रंग वाली होली के दिन पार्टी की ओर से 184 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया। भाजपा नेता जेपी नड्डा ने पहली सूची जारी करते हुए बताया कि पीएम मोदी वाराणसी, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गांधीनगर और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी नागपुर से चुनाव लड़ेंगे।
उत्तर प्रदेश के लिए उम्मीदवार:
वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी
मुजफ्फर नगर से संजीव बालियान
मुरादाबाद से सर्वेश कुमार
मेरठ से राजेंद्र अग्रवाल
बागपत से डॉ सत्यपाल सिंह
गाजियाबाद से वीके सिंह
गौतम बुद्ध नगर से महेश शर्मा
मथुरा से हेमा मालिनी
एटा राजीव सिंह
शाहजहांपुर से अरुण सागर
बदायूं से संघमित्रा मौर्य
बरेली से संतोष कुमार गंगवार
सीतापुर से राजेश वर्मा
हरदोई से जयप्रकाश रावत
उन्नाव से साक्षी महाराज
लखनऊ से राजनाथ सिंह
महाराष्ट्र के लिए उम्मीदवारर:
धुले से सुभाषराव
अकोला से संजय शर्मा भोंसले
वर्धा से रामदास
नागपुर से नितिन गडकरी
जालना से राव साहब पाटिल दानवे
मुंबई नॉर्थ से गोपाल
मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से पूनम महाजन
लातूर से सुधाकर राव
गौरतलब है कि उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की कई बार बैठक हुई है। बुधवार को भी भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी, जिसमें पश्चिम बंगाल के उम्मीदवारों के नाम फाइनल किए गए थे. सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने 42 में से 27 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दे दिया है।
यूपी के 6 सांसदों के टिकट कटे
भारतीय जनता पार्टी की पहली 184 उम्मीदवारों की सूची में उत्तर प्रदेश के 28 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है। इनमें यूपी के 6 वर्तमान सांसदों के टिकट काटे गए हैं। मोदी सरकार में कृषि राज्यमंत्री और शाहजहांपुर से लोकसभा सांसद कृष्णा राज का टिकट काटकर अरुण सागर को दिया गया है। आगरा से वर्तमान सांसद और अनसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया का टिकट काटकर प्रदेश सरकार के मंत्री एसपी बघेल को प्रत्याशी बनाया गया है। संभल के सासंद सतपाल सैनी का टिकट काटकर परमेश्वर सैनी को उम्मीदवार बनाया गया है। इसी प्रकार हरदोई से अंशुल वर्मा का टिकट काटकर जय प्रकाश रावत को चुनाव मैदान में उतारा गया है। उत्तर प्रदेश के मिश्रिख से सांसद अंजूबाला की जगह अशोक रावत को टिकट दिया गया है। फतेहपुर सीकरी से सांसद चैधरी बाबूलाल का टिकट काट कर राजकुमार चहर को चुनावी मैदान में उतारा गया है।
मैदान से बाहर मार्गदर्शक
भाजपा ने अपने वयोवृद्ध नेताओं को चुनावी मैदान से बाहर करने का फैसला किया है। पार्टी ने लालकृष्ण आडवाणी की गांधीनगर सीट से अमित शाह को उतारकर एक तीर से दो शिकार करने वाला फैसला लिया है। इस सीट पर आडवाणी बीते तीन दशक से प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अमित शाह को गांधीनगर भेजकर बीजेपी ने लालकृष्ण आडवाणी की सीट पर उन्हें हटाकर कोई कमजोर व्यक्ति देने की बजाय अपने अध्यक्ष को भेजा है। हालांकि आडवाणी का मन चुनाव में उतरने का था, लेकिन बीजेपी ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें हटने के लिए राजी किया।
इससे गांधीनगर सीट पर बड़े नेता के प्रतिनिधित्व करने का इतिहास बना रहेगा। इसके अलावा गुजरात में 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के मजबूत प्रदर्शन को देखते हुए शाह की मौजूदगी पार्टी में ऊर्जा भरने का काम करेगी। गांधीनगर से शाह के उतरने पर पूरे गुजरात में एक माहौल बनाने का मौका मिलेगा।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि 2017 के चुनावों में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था। पार्टी के नेताओं को अब लगने लग रहा था कि सूबे की सभी 26 लोकसभा सीटों को जीतना कठिन चुनौती होगा। लेकिन, अमित शाह के उतरने से कार्यकर्ता रिचार्ज होंगे और जीत की संभावनाओं में इजाफा होगा। गांधीनगर से जब आडवाणी को रिप्लेस करने की बात आई तो गुजरात की बीजेपी यूनिट ने अमित शाह के नाम का प्रस्ताव दिया था। अपने शुरुआती दिनों में अमित शाह इस सीट पर प्रबंधन का काम देख चुके हैं।
इसके साथ ही भाजपा ने आडवाणी के अलावा अपने कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी चुनाव मैदान से बाहर करने का फैसला लिया है। इनमें शांता कुमार, भगत सिंह कोश्यारी और मुरली मनोहर जोशी के नाम प्रमुख रूप से लिए जा रहे हैं। हालांकि अभी मुरली मनोहर जोशी की कानपुर सीट से किसी उम्मीदवार का ऐलान नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि वह उम्मीदवारी से हटने पर सहमति जता चुके हैं।